भाजपा नेता की दबंगई का वीडियो वायरल: महिला पंच को दी गाली और जान से मारने की धमकी, FIR दर्ज

कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से एक भाजपा नेता की दबंगई का मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। मामला कुदमुरा गांव का है, जहां भाजपा नेता नटवरलाल शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने पंचायत की महिला प्रतिनिधि गीता यादव को न सिर्फ अपशब्द कहे बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे भाजपा की किरकिरी हो रही है।
रेत को लेकर हुआ विवाद, पंच को दी धमकी
पूरा विवाद मांड नदी से रेत उठाने को लेकर शुरू हुआ। गीता यादव, जो कुदमुरा पंचायत के वार्ड क्रमांक 5 की निर्वाचित पंच हैं, ने पुलिस को बताया कि वह 6 जून को घरेलू कार्य के लिए मांड नदी से थोड़ी मात्रा में रेत लेने गई थीं। उसी दौरान भाजपा नेता नटवरलाल शर्मा वहां पहुंचे और उन्होंने गीता यादव से कहा कि “छोटी गाड़ी को रेत नहीं देंगे, गाड़ी वापस ले जाओ। ये मेरी खदान है, मैं जिसे चाहूं रेत दूंगा।”
गीता यादव ने जब इस रवैये का विरोध किया तो नटवरलाल शर्मा ने उन्हें अपशब्द कहे और जान से मारने की धमकी देने लगा। इस पूरी घटना के बाद गीता यादव घर लौटीं और परिजनों से सलाह-मशविरा कर 8 जून को करतला थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
गवाहों के सामने हुआ घटनाक्रम, पुलिस ने दर्ज की FIR
घटना के समय कई गांववाले मौके पर मौजूद थे, जिनमें संजू लहरे, द्वारका राठिया और एक नगर सैनिक का नाम प्रमुख रूप से सामने आया है। इन सबके सामने ही महिला पंच के साथ दुर्व्यवहार हुआ। गीता यादव का कहना है कि एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि को इस तरह से अपमानित किया गया, तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम लोगों के साथ ये नेता कैसा व्यवहार करते होंगे।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नटवरलाल शर्मा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 और 351 (3) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। हालांकि अब तक गिरफ्तारी की कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
पुराने विवादों से भी जुड़ा है नटवरलाल शर्मा का नाम
यह पहली बार नहीं है जब भाजपा नेता नटवरलाल शर्मा विवादों में आए हैं। इलाके में उनकी छवि पहले से ही विवादित रही है। स्थानीय लोग बताते हैं कि वह अक्सर लोगों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं और रेत घाट पर अपनी मनमर्जी चलाते हैं। यही कारण है कि जब इस बार उन्होंने एक महिला पंच के साथ दुर्व्यवहार किया, तो गांववालों ने इसका विरोध किया और मामला थाने तक पहुंचा।
खनिज विभाग और प्रशासन पर भी उठे सवाल
इस पूरे प्रकरण में खनिज विभाग की निष्क्रियता भी सवालों के घेरे में आ गई है। सूत्रों की मानें तो कुदमुरा में पंचायत के नाम पर संचालित रेत घाट दरअसल ठेकेदारों के कब्जे में है। ये लोग पूरी तरह से मनमानी करते हैं और स्थानीय जनता या पंचायत के प्रतिनिधियों की कोई सुनवाई नहीं होती। हैरानी की बात यह है कि खनिज विभाग और प्रशासन इस पूरी स्थिति से अवगत होने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
पुलिस भी दबाव में?
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन भी प्रभावशाली लोगों के दबाव में आकर कार्रवाई से बचता है। इस मामले में भी यह देखा जा रहा है कि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद नटवरलाल शर्मा के खिलाफ अब तक कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है। लोगों को डर है कि राजनीतिक रसूख के चलते यह मामला भी दबाया जा सकता है।