बीजापुर मुठभेड़: 3 लाख का इनामी माओवादी कमांडर वेल्ला वाचम ढेर, अम्बेली ब्लास्ट में था शामिल

बीजापुर के केरपे जंगल में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, ₹3 लाख का इनामी माओवादी कमांडर वेल्ला वाचम मारा गया। जानिए पूरी घटना और बरामद हथियारों की जानकारी।

बीजापुर । छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। थाना बेदरे क्षेत्रान्तर्गत केरपे-तोड़समपारा के जंगलों में हुई मुठभेड़ में गुण्डीपुरी आरपीसी का मिलिशिया प्लाटून कमांडर वेल्ला वाचम मारा गया। वेल्ला वाचम पर ₹3 लाख का इनाम घोषित था और वह अम्बेली ब्लास्ट जैसे कई बड़े नक्सली हमलों में शामिल रहा है।


मुठभेड़ का घटनाक्रम:

  • रविवार, 21 अप्रैल 2025, शाम करीब 5:30 बजे, थाना बेदरे और CAF की संयुक्त टीम को केरपे-तोड़समपारा के जंगल में माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली।

  • जंगल के भीतर पहले से घात लगाए माओवादियों ने सुरक्षाबलों पर अचानक अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।

  • जवाबी कार्रवाई में एक माओवादी ढेर हो गया, जिसकी पहचान वेल्ला वाचम के रूप में हुई है।


बरामद सामग्री:

  • 01 नग 315 बोर रायफल

  • जिंदा राउंड, विस्फोटक सामग्री

  • पोच एवं अन्य नक्सली साहित्य


पुलिस अधिकारियों की प्रतिक्रिया:

बीजापुर एसपी डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव ने बताया:

“यह कार्रवाई नक्सल मोर्चे पर हमारी बड़ी सफलता है। वेल्ला वाचम लंबे समय से सुरक्षा बलों की हिट लिस्ट में था और कई वारदातों में सक्रिय भूमिका निभा रहा था।”

आईजी बस्तर रेंज सुंदरराज पी. ने कहा:

“2025 के शुरुआती 112 दिनों में सुरक्षा बलों ने कुल 125 हार्डकोर नक्सलियों को मार गिराया है। बस्तर में शांति और विकास के लिए हमारा अभियान और तेज़ किया जाएगा।”


नक्सल विरोधी अभियान की अब तक की उपलब्धियाँ:

  • 87 माओवादी मारे गए (बीजापुर ज़िले में)

  • 213 गिरफ्तार

  • 179 आत्मसमर्पण

इससे स्पष्ट है कि सुरक्षाबलों का मनोबल ऊँचा है और सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति धरातल पर असर दिखा रही है।


वेल्ला वाचम का आपराधिक रिकॉर्ड:

  • मिलिशिया प्लाटून कमांडर के रूप में वेल्ला वाचम अम्बेली ब्लास्ट सहित कई गंभीर घटनाओं में शामिल रहा है।

  • क्षेत्र में भय फैलाने, आईईडी लगाने और ग्रामीणों में भ्रम फैलाने जैसे कई कृत्यों का मास्टरमाइंड रहा है।


बस्तर अंचल में सुरक्षाबलों की यह ताज़ा कार्रवाई नक्सलवाद के खिलाफ एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकती है। सरकार, पुलिस और सुरक्षा बलों की साझा रणनीति ने माओवादियों के नेटवर्क को लगातार झटके दिए हैं।
“शांति, सुरक्षा और विकास” – इस लक्ष्य की दिशा में यह एक और अहम कदम है।

Youthwings