हरेली पर भूपेश बघेल का सरकार पर हमला, बोले – “बेटे को जेल भेजकर डराना चाहते हैं, लेकिन….

रायपुर। हरेली तिहार के मौके पर अपने सरकारी निवास में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को पर्व की शुभकामनाएं देते हुए वर्तमान सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी, सतनामी समाज पर कार्रवाई, बस्तर में उद्योगपतियों की घुसपैठ और राज्य की वन नीति को लेकर सरकार की मंशा पर गंभीर सवाल उठाए।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके बेटे चैतन्य बघेल को जानबूझकर जन्मदिन के दिन बिना किसी नोटिस के गिरफ्तार किया गया, जो पूरी तरह द्वेषपूर्ण कार्रवाई है। उन्होंने दावा किया कि यह सब इसलिए किया जा रहा है क्योंकि मौजूदा सरकार को उनसे डर है। “इनके दिमाग में भूपेश बघेल का डर बसा हुआ है,” उन्होंने कहा।

भूपेश बघेल ने इस मौके पर ईडी की कार्रवाई पर भी टिप्पणी की। उन्होंने आरोप लगाया कि जो उद्योगपतियों के खिलाफ आवाज उठाता है, उसे टारगेट किया जा रहा है। “हम तमनार का मुद्दा विधानसभा में अंतिम दिन उठाने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही मेरे बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया,” उन्होंने कहा।

तीसरी पीढ़ी की जेल यात्रा का जिक्र

बघेल ने अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए कहा, “जब से होश संभाला, देखा कि बाबूजी भी जेल गए। वे कहा करते थे कि जेल मेरा दूसरा घर है। मेरे पिता को जोगी सरकार ने जेल भेजा था, तब उनकी सरकार चली गई। मुझे रमन सिंह ने जेल भेजा, उनकी सरकार भी चली गई। अब मेरे बेटे को मोदी सरकार ने जेल भेजा है, अब डबल इंजन सरकार की बारी है।”

सतनामी समाज को दबाने का आरोप

बघेल ने बलौदाबाजार एसपी-कलेक्टर कार्यालय में हुई आगजनी के मामले में कांग्रेस के सतनामी नेताओं को जेल भेजे जाने पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, “सरकार सतनाम समाज को डराना चाहती है। विधायक देवेंद्र यादव को भी छह महीने के लिए जेल भेजा गया। अब लोग प्रदर्शन से डरेंगे, क्योंकि सरकार उन्हें जेल भेजने की धमकी दे रही है।”

बस्तर और जंगलों की लड़ाई

भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि उन्होंने बस्तर में एक उद्योगपति को घुसने से रोका था, इसलिए वहां की आवाज को दबाने की कोशिश की गई। कवासी लखमा की गिरफ्तारी को भी उन्होंने इसी रणनीति का हिस्सा बताया। “अब मेरे बेटे को भी इसी योजना के तहत जेल भेजा गया है,” उन्होंने कहा।

हरेली पर जनता से किया संकल्प

हरेली तिहार पर भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की जनता से वादा किया कि वह प्रदेश को उजड़ने नहीं देंगे। “राज्य सरकार पूरे जंगल को एक उद्योगपति को सौंपने का षड्यंत्र कर रही है। एक पेड़ को माँ के नाम कर पूरा जंगल बेचने की साजिश हो रही है। लेकिन हम छत्तीसगढ़ के जंगलों और जनता को किसी भी कीमत पर बर्बाद नहीं होने देंगे,” उन्होंने कहा।

कार्यक्रम के अंत में उन्होंने कहा, “चैतन्य मेरा बेटा है, लेकिन अकेले वही नहीं। छत्तीसगढ़ की पूरी जनता मेरा परिवार है। उसका दर्द मेरा दर्द है। त्योहार साल में एक बार आता है, चैतन्य होता तो अच्छा लगता, लेकिन जनता का साथ ही मेरे लिए सबसे बड़ा त्योहार है।”

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