क्या होगा अगर इंसान बच्चे पैदा करना बंद कर दे? एक ऐसी दुनिया की कल्पना, जहां कोई नई पीढ़ी ही न हो…

क्या आपने कभी सोचा है कि अगर एक दिन पूरी दुनिया में बच्चे पैदा होना अचानक बंद हो जाए तो क्या होगा? शायद शुरू में सब सामान्य लगे, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतेगा, यह पूरी मानव सभ्यता के अस्तित्व पर संकट बनकर खड़ा हो जाएगा।
धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी मानव सभ्यता
यदि प्रजनन पूरी तरह से रुक जाए, तो आने वाले 70 से 100 वर्षों में इंसान इस धरती से लगभग लुप्त हो जाएगा। शुरुआती कुछ सालों तक जीवन सामान्य चलेगा, क्योंकि वर्तमान पीढ़ी अपने कार्यों में लगी होगी। लेकिन जैसे ही बूढ़े लोग मरने लगेंगे और युवाओं की कोई नई खेप नहीं आएगी, समाज में असंतुलन गहराने लगेगा।
युवाओं के बिना बिखरने लगेगा सिस्टम
समाज की रीढ़ माने जाने वाले युवा अगर नहीं होंगे, तो डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, सैनिक, किसान और अन्य आवश्यक सेवाओं में भारी गिरावट आ जाएगी। अस्पतालों में देखभाल करने वाले नहीं होंगे, खेतों में अनाज उगाने वाला नहीं मिलेगा, और विज्ञान या तकनीक में प्रगति ठहर जाएगी। अर्थव्यवस्था लड़खड़ा जाएगी, और बुजुर्गों की देखभाल करने वाला कोई नहीं बचेगा। लोग अकेलेपन और अवसाद के शिकार होने लगेंगे।
एक भूतहा समाज की कल्पना
कुछ दशक बाद यह स्थिति इतनी भयावह हो सकती है कि कई शहरों में सिर्फ बुजुर्ग लोग रह जाएंगे — कोई बच्चा, कोई युवा नहीं। स्कूल बंद हो जाएंगे, खेल के मैदान वीरान हो जाएंगे, और नए विचारों की दुनिया में घोर सन्नाटा छा जाएगा। इंसान खुद अपने अंत की ओर बढ़ रहा होगा, बिल्कुल वैसे ही जैसे निएंडरथल हज़ारों साल पहले लुप्त हो गए थे।
वैज्ञानिक क्या कहते हैं?
वैज्ञानिकों का मानना है कि यह परिदृश्य पूरी तरह से काल्पनिक नहीं है। जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों में जन्म दर इतनी नीचे चली गई है कि सरकारों को गंभीर कदम उठाने पड़ रहे हैं। भारत और अमेरिका में भी बर्थ रेट घट रही है। अमेरिका में जहां 20 साल पहले 4.1 मिलियन बच्चे जन्म लेते थे, वहीं 2024 में यह संख्या घटकर 3.6 मिलियन रह गई।