नक्सलवाद की टूटती कमर: नक्सलियों का पूरा माड़ डिविजन 15 अक्टूबर को करेंगे सरेंडर
माओवादियों का गढ़ अबूझमाड़ भी टूटा
रायपुर: जैसे-जैसे मार्च 2026 नजदीक आ रहा है, छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में नक्सलियों के आत्मसमर्पण की गति तेज होती जा रही है। हाल ही में 2 अक्टूबर को बीजापुर में 103 नक्सलियों ने एक साथ आत्मसमर्पण कर सुरक्षा बलों के सामने हथियार डाले। अब राज्य के सबसे संवेदनशील और दुर्गम क्षेत्रों में से एक — अबूझमाड़ — से भी सरेंडर की बड़ी खबर सामने आई है।
माड़ डिविजनल कमेटी ने पर्चा जारी कर सरेंडर की जताई इच्छा
माओवादी संगठन की माड़ डिविजनल कमेटी ने एक पर्चा जारी कर 15 अक्टूबर को आत्मसमर्पण करने की बात कही है। पत्र में कहा गया है कि वे मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं और हथियार छोड़कर शांति की राह अपनाने को तैयार हैं। सुरक्षा एजेंसियां इस पत्र की सत्यता की जांच कर रही हैं, लेकिन यह संकेत निश्चित तौर पर राज्य के लिए सकारात्मक माना जा रहा है।
बीजापुर एसपी का बयान:
बीजापुर एसपी ने कहा जो मुख्यधारा से जुड़ना चाहे, उसका स्वागत है नक्सलियों की इस आत्मसमर्पण इच्छा पर बीजापुर पुलिस अधीक्षक ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मीडिया के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है। यदि माओवादी हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। कानून व्यवस्था के तहत उन्हें हर संभव सहायता दी जाएगी।”
अमित शाह की अपील का असर?
नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहन 4 अक्टूबर को बस्तर दशहरा के ‘मुरिया दरबार’ में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी नक्सलियों से शांति का रास्ता अपनाने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि जो नक्सली आत्मसमर्पण करेगा, उसे सरकार की ओर से ₹50,000 की आर्थिक सहायता के साथ पुनर्वास और रोजगार के अवसर भी दिए जाएंगे।
अमित शाह ने न केवल नक्सलियों से, बल्कि बस्तर के युवाओं और ग्रामीणों से भी अपील की थी कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ें और नक्सलवाद से जुड़ चुके लोगों को घर वापसी के लिए प्रेरित करें।
अबूझमाड़ के ईदवाया गांव में नया सुरक्षा कैंप:
माओवादी गतिविधियों के लिए कुख्यात रहे अबूझमाड़ के ईदवाया गांव में नई सुरक्षा चौकी की स्थापना की गई है। यह कदम “माड़ बचाओ अभियान” के तहत नारायणपुर पुलिस और आईटीबीपी (भारत तिब्बत सीमा पुलिस) की संयुक्त पहल से उठाया गया है। यह नया कैंप ओरछा से 12 किमी और एडजूम से 5.5 किमी दक्षिण में स्थित है।
