युद्ध की दहलीज पर दुनिया: थाईलैंड ने कंबोडिया पर बोला हवाई हमला, 11 की मौत, 40 हजार बेघर

विश्व पहले ही यूक्रेन, गाजा और एशिया में बढ़ते तनावों से जूझ रहा है और अब एक और क्षेत्र युद्ध की आग में जल उठा है। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच दशकों पुराना सीमा विवाद एक बार फिर खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया है। ता मोआन थॉम मंदिर को लेकर शुरू हुए विवाद ने अब फुल-स्केल युद्ध का रूप ले लिया है। थाईलैंड ने कंबोडिया पर F-16 फाइटर जेट्स से हवाई हमला किया है, जबकि कंबोडिया ने जवाब में रॉकेट और आर्टिलरी फायर किए हैं।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
कुछ दिन पहले एक थाई सैनिक बारूदी सुरंग में घायल हो गया था। थाईलैंड ने आरोप लगाया कि ये सुरंग कंबोडिया की ओर से बिछाई गई थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव तेजी से बढ़ा। हालात तब और बिगड़े जब थाईलैंड ने अपने राजदूत को कंबोडिया से वापस बुला लिया और बैंकॉक स्थित कंबोडियाई दूतावास के अधिकारियों को निष्कासित कर दिया।
हवाई हमले और गोलीबारी में अब तक क्या हुआ?
- थाईलैंड ने F-16 जेट्स से कंबोडिया के सैन्य ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की।
- जवाब में कंबोडिया ने BM-21 ग्रैड रॉकेट और आर्टिलरी से हमला किया।
- अब तक 11 थाई नागरिकों की मौत और दर्जनों के घायल होने की खबर है।
- लगभग 40,000 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया गया है।
विवाद की जड़: ता मोआन थॉम और प्रीह विहार मंदिर
ये दोनों मंदिर थाईलैंड-कंबोडिया सीमा के पास स्थित हैं और लंबे समय से विवाद का कारण रहे हैं।
- ता मोआन थॉम मंदिर पर दोनों देश अपना दावा करते हैं।
- वहीं, प्रीह विहार मंदिर को UNESCO विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है, लेकिन इसका नियंत्रण और दायरा विवाद का केंद्र बना हुआ है।
दोनों देशों की सैन्य ताकत में कितना फर्क?
1. रक्षा बजट:
- थाईलैंड: 5.5 बिलियन डॉलर (लगभग ₹4.6 लाख करोड़)
- कंबोडिया: 720 मिलियन डॉलर (लगभग ₹60,000 करोड़)
थाईलैंड का रक्षा बजट कंबोडिया से लगभग 7 गुना अधिक है।
2. सैन्य बल (Manpower):
थाईलैंड | कंबोडिया | |
---|---|---|
सक्रिय सैनिक | 3.60 लाख | 1.70 लाख |
रिजर्व बल | 2 लाख | 1 लाख |
कुल जनसंख्या | 7.2 करोड़ | 1.7 करोड़ |
सैन्य योग्य | 5 करोड़ लोग | 1.2 करोड़ लोग |
थाईलैंड की सेना न केवल बड़ी है, बल्कि बेहतर प्रशिक्षण और बेहतर समन्वय से लैस है।
3. थल सेना (Army):
थाईलैंड:
- 200+ आधुनिक टैंक, जैसे M60 और VT-4
- 1000+ आर्टिलरी, जैसे M777 हॉवित्जर
- HIMARS जैसे आधुनिक रॉकेट सिस्टम
कंबोडिया:
- 200+ पुराने टैंक, T-55 और Type-59
- 400+ पुरानी आर्टिलरी
- BM-21 ग्रैड जैसे सीमित रॉकेट सिस्टम
थाई सेना आधुनिक और अधिक सक्षम है, जबकि कंबोडिया की सेना पुराने सोवियत और चीनी उपकरणों पर निर्भर है।
4. वायु सेना (Air Force):
थाईलैंड:
- 40-50 F-16 और SAAB ग्रिपेन फाइटर जेट्स
- 100+ अटैक हेलिकॉप्टर, जैसे AH-1 कोबरा
- आधुनिक ड्रोन, जैसे RQ-21 ब्लैकजैक
कंबोडिया:
- कोई आधुनिक फाइटर जेट नहीं
- कुछ पुराने हेलिकॉप्टर, जैसे Mi-8 और Z-9
- सीमित संख्या में कमर्शियल ड्रोन
हवाई युद्ध में थाईलैंड का पलड़ा पूरी तरह भारी है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और वैश्विक चिंता
कंबोडिया के पूर्व प्रधानमंत्री हुन सेन ने आरोप लगाया कि थाई सेना ने दो कंबोडियाई प्रांतों में भी हमला किया है।
वहीं, थाईलैंड ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि कंबोडिया ने उनके खिलाफ ड्रोन हमलों की शुरुआत की थी।
संयुक्त राष्ट्र और ASEAN देशों ने इस तनाव को तत्काल खत्म करने की अपील की है। हालांकि, फिलहाल दोनों पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रहे।