रायपुर में रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस से पहले नकली पनीर और खतरनाक केमिकल फैक्ट्रियों पर बड़ी कार्रवाई

रायपुर | छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस जैसे बड़े त्योहारों से पहले खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त रुख अपना लिया है। विभाग की टीम ने दो अलग-अलग बड़ी कार्रवाइयों में 1,500 किलो से अधिक नकली पनीर और अवैध रूप से संचालित केमिकल निर्माण इकाइयों का भंडाफोड़ किया है।
स्टेशन और बस स्टैंड इलाके से 1,535 किलो नकली पनीर जब्त
खाद्य सुरक्षा अधिकारी सिद्धार्थ पांडे, एहसान तिग्गा और सतीश राज की संयुक्त टीम ने रायपुर रेलवे स्टेशन और भाठागांव बस स्टैंड क्षेत्र में छापा मारकर 1,535 किलोग्राम संदिग्ध पनीर जब्त किया। यह पनीर श्री डेयरी एंड स्वीट्स, बोरिया खुर्द से संबंधित बताया गया है। जब्त पनीर की बाजार कीमत करीब 3.34 लाख रुपये आंकी गई है। प्रारंभिक जांच में पनीर खाद्य सुरक्षा मानकों के विपरीत पाया गया है और नमूने लैब जांच के लिए भेज दिए गए हैं। रिपोर्ट में मिलावट की पुष्टि होने पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अब तक 3,000 किलो से अधिक नकली पनीर जब्त
यह पहली बार नहीं है जब रायपुर में नकली पनीर की बड़ी खेप पकड़ी गई हो। जून 2025 में भी तेलीबांधा, देवेंद्र नगर और खमतराई क्षेत्रों से करीब 800 से 1,000 किलो नकली पनीर जब्त किया गया था। अब तक की कुल कार्रवाई में 3,000 किलो से अधिक नकली पनीर जब्त किया जा चुका है, जिसकी कीमत 6 लाख रुपये से अधिक है।
त्योहारों के दौरान मिलावट का खतरा सबसे ज्यादा
खाद्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, त्योहारों के दौरान डेयरी उत्पादों की मांग बढ़ जाती है, जिसका फायदा उठाकर कई व्यापारी मिलावटी उत्पाद बाजार में उतार देते हैं। पनीर में की गई मिलावट से फूड प्वाइजनिंग, त्वचा रोग, पाचन तंत्र संबंधी संक्रमण, और लीवर व किडनी की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
फिनाइल और एसिड निर्माण इकाइयों पर भी छापा
खाद्य सुरक्षा के साथ-साथ औषधि प्रशासन विभाग ने गुढ़ियारी, टाटीबंध और भाठागांव में अवैध रूप से संचालित फिनाइल और एसिड निर्माण इकाइयों पर भी छापा मारा। छापेमारी में यह सामने आया कि इन इकाइयों में बिना किसी लाइसेंस, लेबल या सुरक्षा चेतावनी के फिनाइल और तेजाब तैयार किए जा रहे थे, जो नियमों का खुला उल्लंघन है।