भारत का प्रमुख ओशन स्पोर्ट्स फेस्टिवल ‘कडल कोंडट्टम 2025’ तूतीकोरिन में 12 से 14 सितंबर तक आयोजित

भारत
तूतीकोरिन: भारत का बहुप्रतीक्षित ओशन स्पोर्ट्स महोत्सव ‘कडल कोंडट्टम 2025’ इस साल 12 से 14 सितंबर तक तमिलनाडु के तटीय शहर तूतीकोरिन में आयोजित होगा। यह तीन दिवसीय आयोजन समुद्री खेलों का रोमांच, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की भागीदारी और तमिलनाडु की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का मेल प्रस्तुत करेगा।
फेस्टिवल की मुख्य प्रतिस्पर्धाओं में स्टैंड-अप पैडलिंग, काइटबोर्डिंग, काइटसर्फिंग, कयाकिंग और बीच ऑब्स्टेकल रेस शामिल हैं। पूर्व राष्ट्रीय काइटबोर्डिंग चैंपियन अर्जुन मोथा के नेतृत्व में और तमिलनाडु पर्यटन विभाग तथा राज्य सरकार के सहयोग से एक्वा आउटबैक द्वारा यह आयोजन भारत में ओशन बेस्ड खेलों की लोकप्रियता को बढ़ावा देगा।
“वेयर ओसिन एडवेंचर मीट्स तमिल हेरिटेज” की टैगलाइन के साथ यह फेस्टिवल न केवल खेलों का उत्सव होगा, बल्कि तमिलनाडु को भारत का प्रमुख ओशन एडवेंचर गंतव्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित होगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागी और व्यापक प्रतियोगिताएं
इस महोत्सव में भारत और विदेशों से लगभग 150 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। वियतनाम, श्रीलंका, मालदीव समेत कई देशों के खिलाड़ी भारतीय एथलीटों के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे। वहीं तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, गोवा, आंध्र प्रदेश और ओडिशा जैसे राज्यों के भी प्रतिभाशाली खिलाड़ी पदक के लिए मुकाबला करेंगे।
हर खेल में जूनियर, सीनियर और ओपन डिवीजन की पुरुष और महिला दोनों श्रेणियां होंगी, जिससे नवोदित प्रतिभाओं से लेकर अनुभवी खिलाड़ियों तक सभी के लिए समान अवसर उपलब्ध होंगे।
खेल से आगे: सांस्कृतिक और पर्यावरणीय कार्यक्रम
‘कडल कोंडट्टम 2025’ केवल प्रतिस्पर्धी खेलों तक सीमित नहीं रहेगा। इसके साथ ही, आगंतुकों के लिए तमिलनाडु की समृद्ध पाक-परंपरा से परिचित कराएगा कोस्टल फूड फेस्टिवल, सनसेट योगा सत्र, कैलिस्थेनिक्स और फिटनेस वर्कशॉप्स, बीच क्लीन-अप ड्राइव और ओशन अवेयरनेस प्रोग्राम्स भी आयोजित किए जाएंगे।
अर्जुन मोथा ने कहा, “कडल कोंडट्टम सिर्फ एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि महासागरों, हमारी संस्कृति और समुदाय का उत्सव है। हमारा उद्देश्य तमिलनाडु को भारत का ओशन एडवेंचर हब बनाना है। यह महोत्सव नई पीढ़ी के खिलाड़ियों को प्रेरित करेगा, अंतरराष्ट्रीय सहभागिता बढ़ाएगा और खेल, पर्यटन तथा सतत विकास के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करेगा।”