देश में फिर बढ़ा कोरोना का खतरा: एक्टिव केस 10 दिन में 13 गुना बढ़े, केरल सबसे ज्यादा प्रभावित

देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, 22 मई को जहां देश में केवल 257 सक्रिय मामले थे, वहीं अब यह संख्या बढ़कर 3395 पहुंच गई है। यानी मात्र 10 दिनों में कोरोना केसों में करीब 13 गुना इजाफा दर्ज किया गया है। शुक्रवार को एक ही दिन में 685 नए एक्टिव केस मिले और चार मौतें भी हुईं। मृतकों में छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल और उत्तर प्रदेश से एक-एक मरीज शामिल हैं।
केरल में सबसे ज्यादा एक्टिव केस
कोरोना की बढ़ती रफ्तार ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। आंकड़ों के अनुसार, केरल में सबसे ज्यादा 1336 एक्टिव केस हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 467 और दिल्ली में 375 मरीज सक्रिय हैं। कर्नाटक (234), गुजरात (265) और पश्चिम बंगाल (205) भी संक्रमित राज्यों की सूची में शामिल हैं।
24 घंटे में किन राज्यों से मिले नए केस?
पिछले 24 घंटे में देशभर से आए नए कोरोना मामलों की सूची इस प्रकार है:
- केरल – 189
- पश्चिम बंगाल – 89
- कर्नाटक – 86
- दिल्ली – 81
- उत्तर प्रदेश – 75
- महाराष्ट्र – 43
- गुजरात – 42
- तमिलनाडु – 37
- राजस्थान – 9
- पुडुचेरी – 6
- मध्य प्रदेश – 6
- हरियाणा – 6
- झारखंड – 6
- ओडिशा – 2
- जम्मू-कश्मीर – 2
- छत्तीसगढ़ – 3
- पंजाब, आंध्र प्रदेश, गोवा – 1-1 मामला
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को किया अलर्ट
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को अलर्ट करते हुए टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही नागरिकों से अपील की गई है कि यदि हल्के लक्षण भी महसूस हों तो तुरंत कोविड टेस्ट कराएं और मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करें।
कर्नाटक सरकार की पहल: स्कूलों को लेकर सख्ती
कोरोना मामलों में वृद्धि और स्कूल खुलने के मद्देनज़र कर्नाटक सरकार ने सर्कुलर जारी किया है। इसमें कहा गया है कि यदि बच्चों में बुखार, खांसी या सर्दी जैसे लक्षण हों, तो उन्हें स्कूल न भेजें। कर्नाटक देश का पहला ऐसा राज्य बना है जिसने बढ़ते संक्रमण के बीच कोरोना गाइडलाइंस फिर से लागू करना शुरू कर दिया है।
विशेषज्ञों ने दी यह सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, भले ही इस बार का कोरोना वैरिएंट अधिक गंभीर न हो, लेकिन यह बेहद संक्रामक है। इसलिए विशेष सावधानी की जरूरत है:
- भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
- मास्क पहनना और हाथों की स्वच्छता बनाए रखना जरूरी है।
- घर में बुजुर्गों या गर्भवती महिलाओं को अतिरिक्त सुरक्षा दें।
- यदि संभव हो तो 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोग डॉक्टर की सलाह से बूस्टर डोज जरूर लगवाएं।