Haryana IPS Suicide Case में बड़ा एक्शन, DGP-CS समेत 15 अफसरों पर SC/ST एक्ट के तहत केस दर्ज, 6 सदस्यीय SIT गठित; DGP शत्रुजीत कपूर की कुर्सी पर संकट
Haryana IPS Suicide Case
Haryana IPS Suicide Case: हरियाणा में IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार आत्महत्या मामले में पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। चंडीगढ़ पुलिस ने राज्य के DGP शत्रुजीत कपूर, मुख्य सचिव (CS) और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। FIR में कुल 15 शीर्ष पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को नामजद किया गया है। यह कदम मृतक IPS अधिकारी के सुसाइड नोट के आधार पर उठाया गया है, जिसमें कई वरिष्ठ अधिकारियों के नाम दर्ज थे।
कई शीर्ष अधिकारियों पर मामला दर्ज
चंडीगढ़ सेक्टर-11 थाने में दर्ज FIR नंबर 156/2025 में भारत न्याय संहिता (BNS) की धारा 108, 3(5) और एससी/एसटी एक्ट की धारा 3(1)(r) लगाई गई है।
नामजद अधिकारियों में शामिल हैं—
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DGP शत्रुजीत कपूर
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ADGP संदीप खिरवार, ADGP अमिताभ ढिल्लों, ADGP संजय कुमार, ADGP रवि किरण (MATA)
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पंचकूला पुलिस आयुक्त सिवास कविराज, अंबाला रेंज IG पंकज नैन, रोहतक SP नरेंद्र बिजरानिया, IPS कल रामचंद्रन
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इसके अलावा पूर्व अधिकारी — पूर्व DGP मनोज यादव, पूर्व DGP पीके अग्रवाल, पूर्व मुख्य सचिव TVS एन. प्रसाद, पूर्व ACS राजीव अरोड़ा भी शामिल हैं।
यह हरियाणा के इतिहास में पहली बार है जब किसी केस में DGP और चीफ सेक्रेटरी समेत इतने बड़े प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
SIT गठित, जांच तेज
मामले की जांच के लिए IG पुष्पेंद्र कुमार की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय SIT का गठन किया गया है। SIT जल्द ही आरोपियों से पूछताछ शुरू करेगी।
IAS पत्नी ने FIR पर जताया एतराज
मृतक IPS पूरन कुमार की पत्नी IAS अमनीत पी. कुमार ने दर्ज FIR पर आपत्ति जताई है। उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस को एप्लिकेशन देकर कहा कि FIR में आरोपी अफसरों के नाम स्पष्ट कॉलम में नहीं लिखे गए हैं और इसे “फिक्स फॉर्मेट” में दर्ज किया जाए।
सूत्रों के मुताबिक, इस मुद्दे पर अमनीत की SSP कंवरदीप कौर से बहस भी हुई।
इसी विवाद के चलते पूरन कुमार का पोस्टमॉर्टम चौथे दिन भी नहीं हो पाया है। फिलहाल, परिवार को सुरक्षा मुहैया कराते हुए घर के बाहर अस्थायी पुलिस बूथ लगाया गया है।
सरकार ने मंत्री को सौंपी जिम्मेदारी
मामले को सुलझाने के लिए ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार को जिम्मेदारी दी गई है।
पंवार ने दो बार मृतक की पत्नी से मुलाकात की, लेकिन परिवार DGP को हटाए जाने और रोहतक SP की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, DGP शत्रुजीत कपूर को पद से हटाया जा सकता है।
DGP बदलने की तैयारी, आलोक मित्तल बन सकते हैं नए पुलिस प्रमुख
जानकारी के मुताबिक, ADGP आलोक मित्तल को नया DGP बनाए जाने की तैयारी है।
वे गुरुवार देर रात मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात करने पहुंचे थे, जिसके बाद सरकार ने मित्तल की प्रमोशन फाइल मंजूर कर दी है।
साथ ही IPS अशिंद्र सिंह चावला को भी DG रैंक दी गई है।
वहीं, रोहतक SP नरेंद्र बिजरानिया पर भी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
केजरीवाल ने की सख्त कार्रवाई की मांग
AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि
“हरियाणा के IPS पूरन कुमार को जातिगत उत्पीड़न झेलना पड़ा, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या की। दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दी जानी चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने जैसी घटनाएं और सोशल मीडिया पर दलितों के खिलाफ अपमानजनक भाषा इस सामाजिक मानसिकता की गहराई दिखाती हैं।
हरियाणा के दलित IPS अफ़सर पूरण कुमार जी को अपनी जाति को लेकर इतना उत्पीड़न झेलना पड़ा कि उन्होंने आत्महत्या कर ली। दोषी लोगों को जल्द से जल्द सख़्त से सख़्त सज़ा मिलनी चाहिए।
देश के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंका गया तो इनके ट्रोल सोशल मीडिया पर दलितों को बेइज्जत कर रहे हैं,… pic.twitter.com/YJOPwph3xG
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 10, 2025
राहुल गांधी बोले – ‘यह आत्महत्या नहीं, सामाजिक ज़हर का नतीजा’
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा,
“हरियाणा के IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या उस गहराते सामाजिक ज़हर का प्रतीक है, जो जाति के नाम पर इंसानियत को कुचल रहा है। जब एक IPS अधिकारी को उसकी जाति के कारण अपमान और अत्याचार झेलने पड़ें, तो सोचिए आम दलित नागरिक किन हालात में जी रहा होगा।”
उन्होंने रायबरेली के हरिओम वाल्मीकि हत्याकांड और सुप्रीम कोर्ट के जूता फेंकने वाले प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि वंचित वर्ग के खिलाफ अन्याय अपनी चरम सीमा पर है।
हरियाणा के IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार जी की आत्महत्या उस गहराते सामाजिक ज़हर का प्रतीक है, जो जाति के नाम पर इंसानियत को कुचल रहा है।
जब एक IPS अधिकारी को उसकी जाति के कारण अपमान और अत्याचार सहने पड़ें – तो सोचिए, आम दलित नागरिक किन हालात में जी रहा होगा।
रायबरेली में हरिओम…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 9, 2025
प्रियंका गांधी ने भी जताया आक्रोश
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा,
“जातीय उत्पीड़न से तंग आकर IPS अधिकारी की आत्महत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया है। भाजपा शासन दलितों के लिए अभिशाप बन चुका है। चाहे कोई आम नागरिक हो या अधिकारी, अगर वह दलित समाज से है, तो अन्याय उसका पीछा नहीं छोड़ता।”
सरकार के लिए बढ़ी मुश्किलें
यह मामला हरियाणा की सियासत में भूचाल ला चुका है।
DGP और CS जैसे शीर्ष अधिकारियों पर FIR दर्ज होने से सरकार पर दबाव बढ़ गया है।
वहीं, दलित वर्ग और विपक्षी दलों के विरोध के चलते अब सरकार को जल्द बड़ा निर्णय लेना पड़ सकता है।
