उल्टी-दस्त से एक युवक की मौत, CMHO की टिप्पणी से भड़का ग्रामीणों का गुस्सा, माफी मांगनी पड़ी

बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के ग्राम तरौद में उल्टी-दस्त की चपेट में आकर एक युवक की मौत हो गई, जबकि गांव के 30 से ज्यादा लोग इस बीमारी से बीमार हो गए हैं। शुक्रवार को 40 वर्षीय मोहित निषाद की हालत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। वहीं, चार अन्य ग्रामीणों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने गांव में तत्काल स्वास्थ्य शिविर लगाया, लेकिन इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. महेश सूर्यवंशी की एक विवादास्पद टिप्पणी ने ग्रामीणों के बीच गुस्सा भड़का दिया।
बीमारी फैलने से गांव में मचा हड़कंप
ग्राम तरौद में अचानक उल्टी-दस्त फैलने से गांव में अफरा-तफरी मच गई। बीमार लोगों की संख्या बढ़ती देख स्वास्थ्य विभाग ने गांव में शिविर लगाकर इलाज शुरू किया। लेकिन 40 वर्षीय मोहित निषाद की मौत से गांव में मातम का माहौल है। मृतक के परिजनों ने प्रशासन से उचित इलाज और जांच की मांग की है।
CMHO की टिप्पणी ने बढ़ाया विवाद
गांव में इलाज के दौरान उस वक्त माहौल और बिगड़ गया, जब CMHO डॉ. महेश सूर्यवंशी ने मृतक मोहित निषाद के चाचा बिट्ठल निषाद (65 वर्ष) को ORS पैकेट देते हुए टिप्पणी की कि इसे शराब के साथ मिलाकर न पिएं। इस बयान को ग्रामीणों ने बेहद आपत्तिजनक और अपमानजनक माना। उनका कहना था कि इस तरह की टिप्पणी पीड़ित परिवार के प्रति असंवेदनशीलता दिखाती है।
कैमरे के सामने माफी मांगनी पड़ी
CMHO की बात सुनकर ग्रामीणों ने तुरंत विरोध जताना शुरू कर दिया। मौके पर काफी हंगामा हुआ और नाराज ग्रामीणों ने स्वास्थ्य अधिकारी को घेर लिया। बढ़ते तनाव को देखते हुए डॉ. महेश सूर्यवंशी को कैमरे के सामने सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सामने आ चुका है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर उठे सवाल
ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते इलाज और साफ-सफाई की व्यवस्था की जाती, तो मोहित निषाद की जान बचाई जा सकती थी। वहीं, चार अन्य लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है और उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया है। गांव में अभी भी दहशत का माहौल है।