रायपुर में धर्मांतरण को लेकर बवाल, पास्टर समेत 4 पर FIR, डेढ़ सौ से ज्यादा लोग हिरासत में

रायपुर। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर उठ रही चिंताओं के बीच राजधानी रायपुर से एक बड़ा मामला सामने आया है। सरस्वती नगर थाना क्षेत्र में शुक्रवार को कथित धर्मांतरण की खबर पर जमकर हंगामा हुआ। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए पास्टर समेत चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और 150 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया।

रामनगर में हंगामे का केंद्र बना शनि मंदिर के पास का इलाका

घटना रायपुर के रामनगर इलाके की है, जहां दिशा कॉलेज रोड पर स्थित शनि मंदिर के पास धर्मांतरण की गतिविधियों की सूचना मिलने पर बजरंग दल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए। आरोप है कि वहां मौजूद कुछ लोगों द्वारा महिलाओं और पुरुषों का धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा था।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई, चार के खिलाफ केस

घटना की जानकारी मिलते ही सरस्वती नगर थाना प्रभारी (टीआई) और अन्य पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। स्थिति को बेकाबू होते देख पुलिस बल बुलाया गया और हंगामा कर रहे लोगों को वहां से हटाया गया। बजरंग दल नेताओं की शिकायत पर पुलिस ने पास्टर अमित सिंह, केशव महानंद, दुर्गेश महानंद और महेंद्र महानंद के खिलाफ धर्मांतरण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। वहीं मौके से हिरासत में लिए गए लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।

हिंदू धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का भी आरोप

बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पुलिस से की गई शिकायत में आरोप लगाया है कि यह पहली बार नहीं है जब इस मोहल्ले में हिंदू धार्मिक गतिविधियों को रोका गया है। शिकायत के अनुसार, इससे पहले नवरात्रि पर निकलने वाले पारंपरिक सांग-बाणा जुलूस को बंद कराने की कोशिश की गई थी। इसके अलावा मंदिर में आरती के दौरान साउंड बॉक्स चलाने पर भी आपत्ति की गई थी।

पास्टर पर गंभीर आरोप

पास्टर अमित सिंह पर हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप भी बजरंग दल की ओर से लगाया गया है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि पास्टर ने धर्मांतरण के प्रचार के दौरान हिंदू आस्था पर चोट पहुंचाने वाले बयान दिए, जिससे इलाके में रोष फैल गया।

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