Dantewada IED Blast Case: एनआईए ने दाखिल की चार्जशीट, 26 नक्सलियों पर गिरी गाज, डीएकेएमएस अध्यक्ष बना मुख्य आरोपी

Dantewada IED Blast Case
Dantewada IED Blast Case: दो साल पहले छत्तीसगढ़ के अरनपुर इलाके में हुए भीषण नक्सली हमले की जांच में बड़ी कार्रवाई हुई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस मामले में 26 नक्सलियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। इस हमले में 10 डीआरजी जवान और एक नागरिक शहीद हो गए थे। एनआईए ने अपनी जांच में दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संघ (DKAMS) के अध्यक्ष बांद्रा ताती को इस साजिश का मुख्य साजिशकर्ता माना है।
25 अप्रैल 2023 को हुआ था घातक हमला
यह हमला 25 अप्रैल 2023 को दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में हुआ था। नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हुए भारी मात्रा में विस्फोटक (IED) का इस्तेमाल किया था। धमाका इतना जोरदार था कि मौके पर ही 10 डीआरजी जवान और एक स्थानीय नागरिक की जान चली गई। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियों की हलचल तेज हो गई थी।
एनआईए ने संभाली जांच
हमले की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी गई थी। जांच के दौरान एनआईए ने हमले की साजिश, शामिल संगठनों और जिम्मेदार व्यक्तियों की गहन पड़ताल की। अब एजेंसी ने जांच पूरी कर 26 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है।
बांद्रा ताती मुख्य आरोपी
चार्जशीट में सीपीआई (माओवादी) के फ्रंटल संगठन डीएकेएमएस (Dandakaranya Adivasi Kisan Majdoor Sangh) के अध्यक्ष बांद्रा ताती को हमले का मास्टरमाइंड बताया गया है। आरोपियों के खिलाफ एक्सप्लोसिव सब्सटेंस एक्ट, छत्तीसगढ़ विशेष जन सुरक्षा अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इन धाराओं में हुई कार्रवाई
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एक्सप्लोसिव सब्सटेंस एक्ट, 1908
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UAPA (Unlawful Activities Prevention Act)
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छत्तीसगढ़ विशेष जन सुरक्षा अधिनियम (CSPSA)
इन धाराओं के तहत एनआईए ने केस दर्ज करते हुए, सभी आरोपियों को विधिसम्मत तरीके से अदालत में पेश किया।
बड़ा संदेश नक्सलियों को
एनआईए की यह कार्रवाई नक्सली संगठनों को एक बड़ा संदेश मानी जा रही है। इस चार्जशीट से न केवल हमले में शामिल लोगों की पहचान स्पष्ट हुई है, बल्कि नक्सलियों के शहरी नेटवर्क और उनके फ्रंटल संगठनों की भूमिका भी उजागर हो गई है। यह भी सामने आया है कि कैसे सामाजिक संगठनों की आड़ में माओवादी अपनी योजनाओं को अंजाम देते हैं।
अरनपुर हमले की चार्जशीट दाखिल कर एनआईए ने साफ कर दिया है कि देश विरोधी गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। इस कार्रवाई से न सिर्फ पीड़ित परिवारों को न्याय की उम्मीद मिली है, बल्कि यह भी साबित हुआ है कि सुरक्षा बलों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। अब अदालत में इन आरोपियों पर कानूनी शिकंजा और कसने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।