Congress Protest: युक्तियुक्तकरण के खिलाफ कांग्रेस का चार चरणों वाला आंदोलन आज से शुरू, हर जिले में होगा प्रदर्शन

रायपुर। Congress Protest: छत्तीसगढ़ में युक्तियुक्तकरण (स्कूलों के विलय और बंद करने की प्रक्रिया) के विरोध में कांग्रेस आज से प्रदेशव्यापी आंदोलन की शुरुआत कर रही है। यह आंदोलन चार चरणों में आयोजित किया जाएगा, जिसके जरिए कांग्रेस राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ मोर्चा खोलेगी। आंदोलन की शुरुआत 5 जून से हो रही है, जो विभिन्न रूपों में जिलों, ब्लॉकों और संभाग स्तर तक पहुंचेगा।
पहले चरण में जिलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस
आंदोलन के पहले चरण के तहत 5 जून से 7 जून तक सभी जिलों में कांग्रेस की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। इसमें कांग्रेस के जिला स्तरीय नेता सरकार के युक्तियुक्तकरण नीति की खामियों को उजागर करेंगे और इसका विरोध दर्ज कराएंगे। कांग्रेस का कहना है कि यह नीति ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के अधिकार के खिलाफ है और इससे हज़ारों बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी।
दूसरे चरण में BEO कार्यालयों का घेराव
दूसरे चरण में 9, 10 और 11 जून को प्रदेश के सभी ब्लॉकों में बीईओ (खंड शिक्षा अधिकारी) कार्यालयों का घेराव किया जाएगा। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता, स्थानीय जनप्रतिनिधि और अभिभावक भी विरोध में शामिल होंगे। कांग्रेस ने इसे “शिक्षा बचाओ, स्कूल बचाओ” अभियान की संज्ञा दी है।
तीसरे चरण में निकलेगी यात्रा, DEO दफ्तर का घेराव
आंदोलन के तीसरे चरण में कांग्रेस प्रत्येक जिले में 3 से 5 किलोमीटर लंबी यात्रा निकालेगी, जो संबंधित जिले के डीईओ (जिला शिक्षा अधिकारी) कार्यालय तक पहुंचेगी। इस यात्रा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मंत्री, विधायक और वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सरकार को जनता की आवाज सुननी ही होगी।
चौथे चरण में होगा बड़ा प्रदेशव्यापी प्रदर्शन
चौथे और अंतिम चरण में कांग्रेस प्रदेश स्तर पर बड़ा प्रदर्शन करने की योजना बना रही है, जिसकी तारीखों का ऐलान जल्द होगा। यह प्रदर्शन राजधानी रायपुर में हो सकता है, जहां सरकार को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
10,463 स्कूलों के बंद होने पर कांग्रेस का ऐतराज़
कांग्रेस ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि युक्तियुक्तकरण की आड़ में 10,463 सरकारी स्कूलों को बंद किया जा रहा है, जिससे लाखों छात्रों का भविष्य अंधेरे में चला जाएगा। पार्टी का दावा है कि ये स्कूल पिछड़े, आदिवासी और ग्रामीण इलाकों में स्थित हैं, जहां शिक्षा पहले से ही चुनौतीपूर्ण है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, “यह सिर्फ स्कूलों को बंद करने का मामला नहीं है, बल्कि ये गरीब और ग्रामीण बच्चों के भविष्य पर हमला है। कांग्रेस इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।”
कुल मिलाकर, कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर सरकार पर बड़ा दबाव बनाने की तैयारी में है और शिक्षा के क्षेत्र में लिए गए इस निर्णय को चुनावी मुद्दा भी बना सकती है।