6 साल बाद बनी मां, लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही ने छीन लिया नवजात – रायपुर के गुडविल हॉस्पिटल में बड़ा मेडिकल नेग्लिजेंस

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के टिकरापारा स्थित गुडविल हॉस्पिटल में गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने छह साल बाद संतान को जन्म दिया, लेकिन अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही ने उसका मां बनने का सपना उजाड़ दिया। जन्म के कुछ घंटों के भीतर नवजात शिशु की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों में आक्रोश है और वे डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ पर गैरजिम्मेदारी के आरोप लगा रहे हैं।

जांच के नाम पर किया ऑपरेशन, फिर नहीं मिली सही देखभाल

परिजनों के मुताबिक, महिला आकांक्षा जायसवाल आठ माह की गर्भवती थी और सामान्य जांच के लिए हॉस्पिटल लाई गई थी। जांच के बाद डॉक्टरों ने तुरंत ऑपरेशन करने की बात कही और करीब रात 9 से 9:30 बजे के बीच सिजेरियन डिलीवरी की गई। परिजनों का आरोप है कि प्रीमैच्योर बेबी को न तो किसी निगरानी में रखा गया, और न ही NICU में भर्ती किया गया। उसे सिर्फ कपड़े में लपेटकर परिवार को सौंप दिया गया और कहा गया कि बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है।

डॉक्टरों की गैरमौजूदगी, बच्चे की हालत बिगड़ती रही

नवजात की बुआ ने बताया कि ऑपरेशन के बाद सभी डॉक्टर हॉस्पिटल से चले गए थे। नर्स को बार-बार डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा गया, लेकिन कोई नहीं आया। शिशु की सांस लेने में तकलीफ थी, लेकिन उसकी देखभाल के लिए कोई विशेषज्ञ मौजूद नहीं था। रात करीब 4 बजे नवजात की मौत हो गई।

नर्स ने कहा- मुझे डर लगता है, मैं नहीं कर सकती

परिजनों ने बताया कि जब उन्होंने बच्चे की हालत बिगड़ती देखी, तो नर्स से मदद मांगी। नर्स ने एक पाउडर लाकर उसे इंजेक्शन के माध्यम से नवजात को देने की बात कही, लेकिन खुद करने से मना कर दिया। नर्स ने कहा, “मुझे डर लगता है, मैं नहीं कर सकती।” यह बात सुनकर परिजन स्तब्ध रह गए कि इमरजेंसी में भी कोई प्रशिक्षित व्यक्ति मौजूद नहीं था।

दादी की पीड़ा – छह साल बाद बहू मां बनी थी, लेकिन…

मृतक नवजात की दादी का कहना है कि छह साल बाद उनके घर में खुशियों ने दस्तक दी थी, लेकिन गुडविल हॉस्पिटल की लापरवाही ने सब कुछ छीन लिया। उन्होंने कहा कि यह केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि एक ऐसी लापरवाही है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने डॉक्टर, नर्स और अस्पताल प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

CCTV फुटेज देने से किया इनकार, सवालों से भागता दिखा हॉस्पिटल प्रबंधन

परिजनों ने जब मामले की सच्चाई जानने के लिए हॉस्पिटल से CCTV फुटेज मांगा, तो प्रबंधन ने साफ मना कर दिया। मीडिया के सवालों पर भी अस्पताल के अधिकारी जवाब देने से कतराते नजर आए। परिजनों का कहना है कि यदि फुटेज जांची जाए तो साफ पता चलेगा कि कितनी बार डॉक्टरों को बुलाया गया, और कितनी बार स्टाफ लापरवाह रहा।

CMHO और पुलिस से की शिकायत, जांच के निर्देश

घटना के बाद परिजनों ने मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (CMHO) और टिकरापारा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। सीएमएचओ डॉ. मिथिलेश चौधरी ने कहा है कि मामले की जांच के लिए एक टीम भेजी जाएगी और रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

हॉस्पिटल एडमिन का गैरजिम्मेदाराना बयान

गुडविल हॉस्पिटल के एडमिनिस्ट्रेटर टीकेंद्र साहू ने इस मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा, “बच्चा तंदुरुस्त था, मौत कैसे हुई यह हमें नहीं पता। रात में एक MBBS डॉक्टर तैनात थे, लेकिन स्त्री रोग विशेषज्ञ और शिशु रोग विशेषज्ञ मौजूद नहीं थे। मरीज प्राइवेट वार्ड में था, वहां बार-बार डॉक्टर नहीं जाते। इमरजेंसी के लिए कॉल और बेल की सुविधा है।”

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