भारत-चीन व्यापार घाटा 100 अरब डॉलर के पार, संतुलन के लिए चीन ने दिखाया सहयोग का रुख

भारत-चीन व्यापार घाटा 100 अरब डॉलर के पार, संतुलन के लिए चीन ने दिखाया सहयोग का रुख
चीनी राजदूत जू फेइहोंग बोले – हम भारतीय उत्पादों के लिए चीनी बाजार खोलने को तैयार
नई दिल्ली | भारत और चीन के बीच व्यापार घाटा लगातार बढ़ते हुए 100 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है। इस असंतुलन को कम करने को लेकर भारत चिंतित है और समाधान के रास्ते तलाश रहा है। ऐसे समय में चीन की ओर से सकारात्मक संकेत आए हैं। बीते दिनों चीन के राजदूत जू फेइहोंग ने दोनों देशों के बीच व्यापार संतुलन बनाने और मजबूत संबंधों को पुनर्स्थापित करने की बात कही है।
“भारत के व्यापार घाटे को कम करना हमारी प्राथमिकता” – जू फेइहोंग
चीन के राजदूत ने स्पष्ट किया कि बीजिंग भारत के साथ व्यापार संतुलन बनाने को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा, “हम भारत के व्यापार घाटे को कम करने को तैयार हैं और भारतीय उत्पादों के लिए चीनी बाजार में व्यापक अवसर उपलब्ध कराएंगे।”
राजदूत का यह बयान ऐसे समय आया है जब चीन अमेरिका की सख्त व्यापार नीतियों से प्रभावित हो चुका है, और अब भारत के साथ संबंधों में स्थिरता और सहयोग की दिशा में बढ़ रहा है।
भारतीय उत्पादों के लिए चीनी उपभोक्ताओं में बढ़ रही है मांग
जू फेइहोंग ने कहा कि चीन के उपभोक्ता प्रीमियम भारतीय उत्पादों में रुचि दिखा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले वित्त वर्ष में भारत से मिर्च (17%), लौह अयस्क (160%) और सूती धागे (240%) का निर्यात चीन को तेज़ी से बढ़ा है।
भारतीय कंपनियों को चीनी बाजार में अवसर
राजदूत ने कहा कि चीन आज दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है। यहां का मध्यम वर्ग तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें निवेश और खपत की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने भारतीय कंपनियों को चाइना इंटरनेशनल इम्पोर्ट एक्सपो, चाइना-एशिया एक्सपो, और चाइना इंटरनेशनल कंज्यूमर प्रोडक्ट्स एक्सपो जैसे वैश्विक मंचों पर भाग लेने का सुझाव दिया, ताकि वे सीधे चीनी उपभोक्ताओं से जुड़ सकें।
“चीन ने कभी व्यापार अधिशेष जानबूझकर नहीं बढ़ाया”
अपने बयान में जू फेइहोंग ने यह भी स्पष्ट किया कि चीन ने कभी जानबूझकर व्यापार अधिशेष नहीं बढ़ाया। उन्होंने कहा, “यह बाज़ार की स्वाभाविक प्रवृत्ति और आर्थिक परिस्थितियों के कारण हुआ है। हमें उम्मीद है कि भारत भी हमारी चिंताओं को समझेगा और चीनी उद्योगों को निष्पक्ष, पारदर्शी और भेदभाव रहित माहौल उपलब्ध कराएगा।”