Kumhari Toll Plaza पर बड़ा अपडेट, केंद्रीय मंत्री गडकरी ने दिया बंद करने का आश्वासन, पूर्व MLA विकास उपाध्याय से मुलाकात

छत्तीसगढ़ के Kumhari Toll Plaza से कथित अवैध वसूली का मामला अब निर्णायक मोड़ पर पहुँच गया है। कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय द्वारा इस टोल प्लाजा के खिलाफ छेड़ा गया मोर्चा रंग लाता दिख रहा है। रविवार को नागपुर में उन्होंने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की, जिसके बाद मंत्री ने कुम्हारी टोल प्लाजा को जल्द बंद करने का आश्वासन दिया है।
टेंडर खत्म, फिर भी जारी थी वसूली: उपाध्याय ने गडकरी को दी जानकारी
विकास उपाध्याय ने पहले इस मामले को लेकर 10 भाजपा सांसदों और स्वयं नितिन गडकरी को पत्र लिखा था, जिसके बाद टोल प्लाजा के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन भी किया। रविवार को अपनी मुलाकात के दौरान, उपाध्याय ने केंद्रीय मंत्री को विस्तार से बताया कि कुम्हारी टोल प्लाजा का टेंडर समाप्त होने के बावजूद वहां अवैध वसूली जारी है। उन्होंने इस संबंध में एक आवेदन भी सौंपा।
बातचीत के बाद, केंद्रीय मंत्री गडकरी ने विकास उपाध्याय की बात को गंभीरता से लिया और आश्वासन दिया कि कुम्हारी टोल प्लाजा को बहुत जल्द बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने छत्तीसगढ़ के अन्य टोल प्लाजा की भी जानकारी मंगाकर उन पर भी निर्णय लेने की बात कही, जो 60 किलोमीटर के दायरे में दो टोल प्लाजा के संचालन के नियम का उल्लंघन करते हैं। गडकरी ने पूर्व में लोकसभा सदन में भी कहा था कि 60 किलोमीटर के दायरे में दो टोल प्लाजा का संचालन नहीं होगा।
लंबे समय से चल रहा था आंदोलन: दिल्ली-नागपुर में प्रदर्शन की चेतावनी
पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने बताया कि विगत कई वर्षों से लगातार कुम्हारी टोल प्लाजा को बंद करने की मांग को लेकर आंदोलन किए जा रहे हैं। इन आंदोलनों में सत्ता पक्ष के सांसदों से भी सहयोग की मांग की गई थी। विकास उपाध्याय और कांग्रेस के नेताओं द्वारा कुम्हारी टोल प्लाजा को लेकर चरणबद्ध आंदोलन किए जा रहे हैं, जिनमें NHAI दफ्तर का घेराव, छत्तीसगढ़ के बीजेपी सांसदों को समर्थन हेतु पत्र, जनता द्वारा हस्ताक्षर अभियान, और टोल प्लाजा पर प्रदर्शन जैसे तरीके शामिल हैं।
उपाध्याय ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्रातिशीघ्र कुम्हारी टोल प्लाजा को बंद करने का निर्णय नहीं लिया गया, और अन्य 60 किलोमीटर के दायरे में आने वाले टोल प्लाजा का संचालन बंद नहीं किया जाता है, तो दिल्ली स्थित जंतर-मंतर में धरना दिया जाएगा। साथ ही, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के संसदीय क्षेत्र नागपुर में उनके निवास पर भी प्रदर्शन किया जाएगा।