रायपुर में बेरोजगारी का संकट: 92 हजार के करीब पहुंचा पंजीकृत बेरोजगारों का आंकड़ा

रायपुर। जिले में युवाओं को रोजगार न मिलने के कारण बेरोजगारी की समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। जिले के रोजगार कार्यालय में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या अब 91,732 तक पहुंच चुकी है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि वर्ष 2016 में जहां करीब 18 हजार बेरोजगार पंजीकृत थे, वहीं अब यह संख्या एक लाख के करीब पहुंचने की कगार पर है। यानी बीते 9 वर्षों में हर साल औसतन 8,000 से अधिक बेरोजगारों ने नौकरी की उम्मीद में पंजीयन कराया है। हालात ऐसे हैं कि न केवल शासकीय बल्कि निजी क्षेत्र में भी युवाओं को उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार नहीं मिल पा रहा है।

2023 और 2024 में सबसे अधिक बेरोजगारों का पंजीकरण:

रोजगार कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2023 और 2024 में बेरोजगारी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया। वर्ष 2023 में 34,118 और वर्ष 2024 में 26,639 बेरोजगार युवाओं ने पंजीकरण कराया। इससे साफ है कि युवाओं में नौकरी की तलाश लगातार बढ़ रही है, लेकिन अवसर बेहद सीमित हैं।

शासकीय विभागों में वर्षों से नहीं निकली भर्ती:

जिले के विभिन्न सरकारी विभागों में वर्षों से रिक्त पदों पर भर्ती नहीं की गई है। कई विभागों में कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं या उनकी मृत्यु हो चुकी है, फिर भी उन पदों को भरने के लिए कोई वैकेंसी जारी नहीं की गई। इनमें रोजगार कार्यालय, खनिज विभाग, आबकारी, कृषि, राजस्व, पुलिस सहित कई अन्य विभाग शामिल हैं।

महिला बेरोजगारी भी चिंताजनक स्तर पर:

31 मई 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, पंजीकृत बेरोजगारों में 46,435 पुरुष और 45,297 महिलाएं शामिल हैं। यह दर्शाता है कि बेरोजगारी केवल पुरुषों की समस्या नहीं है, बल्कि बड़ी संख्या में महिलाएं भी रोजगार की प्रतीक्षा में हैं।

वर्गवार आंकड़ा:

पंजीकृत बेरोजगारों में अनुसूचित जाति के 13,760, अनुसूचित जनजाति के 2,293, अन्य पिछड़ा वर्ग के 50,453, दिव्यांग श्रेणी के 688, अल्पसंख्यक समुदाय के 459 और 8,715 पूर्व प्रशिक्षणार्थी शामिल हैं।

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