नक्सलवाद के खिलाफ एकजुटता: डिप्टी सीएम शर्मा ने धनेंद्र साहू को कॉल कर की सराहना, अरुण साव ने भी दी प्रतिक्रिया

रायपुर: छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ जारी अभियान के बीच सियासी एकजुटता की मिसाल देखने को मिली है। डिप्टी मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू को फोन कर उनके द्वारा नक्सलवाद के खिलाफ दिए गए समर्थन भरे बयान की सराहना की। फोन पर बातचीत के दौरान डिप्टी सीएम ने राज्य सरकार द्वारा नक्सल पीड़ित परिवारों के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी, खासकर उनके लिए आवास योजनाओं की पहल का उल्लेख किया।
पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने भी सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए भरोसा दिलाया कि नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में वे सरकार के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि इस विषय पर राजनीति से ऊपर उठकर एकजुटता की ज़रूरत है।
अरुण साव ने भी प्रतिक्रिया दी:
इस संदर्भ में डिप्टी सीएम अरुण साव ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “राजनीति में जब कोई नेता सरकार के अच्छे कार्यों की सराहना करता है, तो वह आदर्श राजनीति का प्रतीक होता है।” उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में आतंकवाद, नक्सलवाद और अलगाववाद के खिलाफ निर्णायक अभियान चलाया जा रहा है।
डिप्टी सीएम और धनेंद्र साहू के क्या बातचीत हुई ?
डिप्टी मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू से फोन पर बातचीत की, जिसमें नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान पर चर्चा हुई। इस दौरान डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि धनेंद्र साहू ने नक्सलवाद को समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि लाल आतंक का खात्मा होना चाहिए।
वहीं, धनेंद्र साहू ने नक्सलवाद पर किए जा रहे अच्छे काम की सराहना की। विजय शर्मा ने इस बात पर भी जोर दिया कि विपक्षी दलों को सिर्फ विरोध के लिए विरोध नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, “हम प्रदेश हित के लिए राजनीति करते हैं और ऐसे नेताओं का अभिनंदन करता हूं जो इस दिशा में सकारात्मक योगदान दे रहे हैं।” इस संदर्भ में डिप्टी सीएम ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का भी उल्लेख किया, जिन्होंने नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे प्रयासों का समर्थन किया है।