राहुल गांधी पर फिर लगे गंभीर आरोप: विदेश दौरे में 6 बार तोड़ा सुरक्षा प्रोटोकॉल! CRPF ने कांग्रेस अध्यक्ष को भेजा पत्र

राहुल गांधी पर फिर लगे गंभीर आरोप
नई दिल्ली: केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने बिना पूर्व सूचना के विदेश यात्रा की है, जो कि उनकी ज़ेड+ श्रेणी की सुरक्षा के लिए ख़तरा है। इस मामले में CRPF के वीवीआईपी सुरक्षा प्रमुख सुनील जून ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को 10 सितंबर को पत्र लिखा।
छह देशों की यात्राओं में बार-बार नियम तोड़े
पत्र में CRPF ने बताया कि पिछले नौ महीनों में राहुल गांधी ने छह बार सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है। ये यात्राएँ इटली, वियतनाम, दुबई, कतर, लंदन और मलेशिया की हैं। CRPF ने कहा है कि उन्होंने कई मामलों में ज़ेल+ सुरक्षा व्यवस्था तय है, लेकिन यात्राएँ बिना सूचना के होने से सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित होती है।
“येलो बुक प्रोटोकॉल”: कम से कम 15 दिन पूर्व सूचना देना जरूरी
आधिकारिक प्रोटोकॉल के अनुसार, उच्च सुरक्षा श्रेणी में रहने वाले लोगों को उनकी विदेश यात्रा से 15 दिन पूर्व सूचना देना अनिवार्य है, ताकि एजेन्सियाँ सुरक्षा व्यवस्था, खतरे का आकलन व तैनाती कर सकें। CRPF का कहना है कि राहुल गांधी ने कई मौकों पर इस नियम की अवहेलना की है, जिससे सुरक्षा बलों को अचानक व्यवस्था सुनिश्चित करनी पड़ी।
SPG हटने के बाद मिली Z+ सुरक्षा
राहुल गांधी को 2019 में Special Protection Group (SPG) सुरक्षा हटाने के बाद CRPF द्वारा Z+ WITH Advance Security Liaison (ASL) श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। जिसमें करीब 55 सुरक्षाकर्मी और NSG कमांडो शामिल हैं। यह सुरक्षा व्यवस्था तभी पूरी तरह काम करती है जब संबद्ध व्यक्ति स्वयं सुरक्षा निर्देशों का पालन करे।
सुरक्षा बलों की चिंता और राजनीतिक बहस
CRPF ने चेतावनी दी है कि इन उल्लंघनों से राहुल की जान को खतरा हो सकता है और सुरक्षा एजेंसियों की क्षमता पर भी सवाल उठ सकते हैं। कांग्रेस पार्टी ने अभी तक इस पत्र पर औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन राजनीतिक दलों और जनता के बीच सोशल मीडिया पर यह मुद्दा तेजी से चर्चित हो गया है। बीजेपी ने इसे गंभीर लापरवाही बताया है। शहजाद पूनावाला ने पूछा राहुल गांधी चुपके चुपके विदेश क्यों जाते हैं। वहीं विपक्ष ने इसे राजनीतिक साजिश बताया है।