RSS में बयान के बाद गरमाई सियासत: अरविंद नेताम ने दीपक बैज के धर्म पर उठाए सवाल, केदार कश्यप और भूपेश बघेल भी घसीटे गए

रायपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय में पूर्व कांग्रेस नेता और वरिष्ठ आदिवासी नेता अरविंद नेताम के हालिया बयान के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत गरमा गई है। आदिवासी संस्कृति और धर्मांतरण के मुद्दे पर शुरू हुई बहस अब व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप तक पहुंच गई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने नेताम पर RSS की भाषा बोलने का आरोप लगाया, तो नेताम ने पलटवार करते हुए बैज के धर्म परिवर्तन तक पर सवाल खड़े कर दिए।

नेताम का तीखा हमला: पूछा बैज का धर्म बदल गया क्या?
शनिवार को रायपुर में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अरविंद नेताम ने कहा, “कहीं वो गड़बड़ी तो नहीं हुई है… दीपक बैज का धर्म कहीं ईसाई धर्म में परिवर्तित तो नहीं हो गया?” नेताम ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी धर्मांतरण को लेकर स्पष्ट नीति नहीं रखती और खुद उनके प्रदेश अध्यक्ष की स्थिति संदेहास्पद है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि वो RSS की नहीं बल्कि समाज की भाषा बोलते हैं।

केदार कश्यप का समर्थन, बैज पर तंज
छत्तीसगढ़ के मंत्री केदार कश्यप ने नेताम के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि दीपक बैज के हालिया बयानों और रुख को देखकर लगता है कि उनका ‘मतांतरण’ हो चुका है। उन्होंने नेताम को समाजहित में काम करने वाला अनुभवी नेता बताया और कहा कि अवैध धर्मांतरण को लेकर उनकी चिंता पूरी तरह जायज है।

कश्यप ने यह भी आरोप लगाया कि बैज जैसे नेता उन लोगों का समर्थन करते हैं जो धर्म और आस्था के पारंपरिक केंद्रों को बदलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों का हौसला बढ़ाकर बैज आदिवासी संस्कृति के खिलाफ काम कर रहे हैं।

भूपेश बघेल पर भी हमला, लखमा का हवाला
केदार कश्यप ने इस मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी घेरा। उन्होंने कहा कि बघेल सरकार ने शराब घोटाले में आदिवासी चेहरा कवासी लखमा को आगे कर अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की। मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस केवल राजनीतिक लाभ लेने के लिए आदिवासियों का इस्तेमाल करती रही है, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार बेवरेज कॉर्पोरेशन के संचालन में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के लिए गंभीर है।

दीपक बैज का पलटवार: नेताम RSS के प्रलोभन में
वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने अरविंद नेताम के आरोपों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि नेताम RSS की भाषा बोल रहे हैं और संभवतः किसी प्रलोभन में आकर यह सब कह रहे हैं। बैज ने कहा कि कांग्रेस पार्टी धर्मांतरण को लेकर स्पष्ट नीति रखती है और नेताम पहले यह बताएं कि उन्होंने अब तक समाज के लिए क्या किया है।

कांग्रेस बनाम RSS बहस की शक्ल में
यह सियासी जंग अब कांग्रेस बनाम RSS की विचारधारा में तब्दील होती दिख रही है, जिसमें आदिवासी समाज की अस्मिता और धर्म परिवर्तन जैसे संवेदनशील मुद्दे केंद्र में आ गए हैं। जहां एक ओर भाजपा नेता इसे आदिवासी संस्कृति की रक्षा का मुद्दा बता रहे हैं, वहीं कांग्रेस इसे राजनीतिक षड्यंत्र और व्यक्तिगत हमले बता रही है।

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