PM Modi Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने दंतेवाड़ा की शिक्षा क्रांति का किया जिक्र, बोले – माओवादी क्षेत्र में अब लहरा रहा है ज्ञान का परचम

PM Modi Mann Ki Baat
दंतेवाड़ा। PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को प्रसारित हुए ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 122वीं कड़ी में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले का उल्लेख करते हुए वहां के शिक्षा क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक बदलावों की सराहना की। उन्होंने कहा कि कभी माओवादी हिंसा से प्रभावित रहा यह इलाका अब शिक्षा, खेल और विज्ञान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू रहा है।
मन की बात में दंतेवाड़ा की उपलब्धियों का जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि माओवाद से जूझते रहे जिन क्षेत्रों को देश ने लंबे समय तक उपेक्षित महसूस कराया, आज वही इलाके विकास की मुख्यधारा में लौटते नजर आ रहे हैं। इस दौरान उन्होंने दंतेवाड़ा जिले के 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणामों को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया।
उन्होंने बताया कि दंतेवाड़ा ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा में 95% परिणाम दर्ज करते हुए पूरे राज्य में पहला स्थान हासिल किया, जबकि 12वीं में यह जिला छठवें स्थान पर रहा। यह दिखाता है कि किस तरह स्थानीय लोगों के संकल्प, दृढ़ इच्छाशक्ति और शिक्षा के प्रति जुनून ने पूरे परिदृश्य को बदल दिया है।
बस्तर ओलंपिक और साइंस लैब की भी चर्चा
प्रधानमंत्री ने बस्तर ओलंपिक का भी विशेष रूप से उल्लेख किया और बताया कि कैसे इन प्रतियोगिताओं ने आदिवासी युवाओं को खेलों के माध्यम से अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर दिया। इसके साथ ही उन्होंने माओवादी क्षेत्र में स्थापित साइंस लैब्स की भी चर्चा की, जहां के बच्चे अब विज्ञान में रुचि लेकर प्रयोग और आविष्कार कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने इन प्रयोगशालाओं को ‘प्रेरणादायक पहल’ करार दिया और कहा कि यह सिर्फ शिक्षा का विस्तार नहीं, बल्कि एक सामाजिक क्रांति है।
गढ़चिरौली की कहानी – बस पहुंची, उम्मीदें बढ़ीं
मन की बात के इसी एपिसोड में प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के काटेझरी गांव का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि कैसे इस नक्सल प्रभावित गांव में पहली बार जब बस सेवा शुरू हुई तो लोगों ने ढोल-नगाड़ों के साथ उसका स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि हालांकि पक्की सड़क पहले से थी, लेकिन माओवादी हिंसा के डर से कभी बस वहां नहीं गई थी। अब स्थिति में बदलाव आ रहा है, लोग मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं और सुविधाएं उन तक पहुंच रही हैं।
माओवादी क्षेत्रों में शिक्षा और विकास की नई इबारत
पीएम मोदी ने अपने संदेश में यह भी कहा कि “ऐसे प्रयास हमें बताते हैं कि इन दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले लोग कितने साहसी और आशावादी हैं। वे चुनौतियों के बीच भी बेहतर भविष्य की राह चुन रहे हैं।”
प्रधानमंत्री के अनुसार, माओवादी हिंसा से पीड़ित क्षेत्र आज शिक्षा, विज्ञान और खेल जैसे क्षेत्रों में तेजी से तरक्की कर रहे हैं। यह बदलाव ‘साहस, सामूहिक प्रयास और सरकार की प्रतिबद्धता’ का परिणाम है।