सीजफायर के 3 घंटे बाद ही पाकिस्तान का धोखा, जम्मू-कश्मीर में गोलाबारी और ड्रोन अटैक

भारत और पाकिस्तान के बीच 86 घंटे चला युद्ध शनिवार शाम 5 बजे आधिकारिक रूप से खत्म हो गया जब दोनों देशों ने सीजफायर (युद्धविराम) पर सहमति जताई। लेकिन यह शांति ज्यादा देर टिक नहीं सकी। महज तीन घंटे बाद ही पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में गोलाबारी और ड्रोन हमले शुरू कर दिए।
सीमा पार से तोपों की गूंज और ड्रोन से धमाका
सूत्रों के मुताबिक, अखनूर, राजौरी और आरएसपुरा सेक्टरों में पाकिस्तानी सेना ने तोपखाने से भारी गोलाबारी की। वहीं, बारामूला जिले में एक संदिग्ध ड्रोन हमला हुआ जिससे इलाके में धमाके की आवाज सुनी गई। पाकिस्तान ने पलनवाला सेक्टर में भी संघर्षविराम तोड़ा है।
भारत की जवाबी तैयारी: BSF को खुली छूट
सरकार ने इन उकसावेभरी कार्रवाइयों के बाद BSF और सुरक्षाबलों को मुंहतोड़ जवाब देने के निर्देश दे दिए हैं। जम्मू और बारामूला के कई हिस्सों में ब्लैकआउट कर दिया गया है ताकि सुरक्षा रणनीति को प्रभावी बनाया जा सके। वहीं, श्रीनगर के कुछ इलाकों में भी बिजली काटी गई है।
राजस्थान के पोकरण में भी ड्रोन की दस्तक
पाकिस्तान की नापाक हरकतें सिर्फ जम्मू-कश्मीर तक सीमित नहीं रहीं। राजस्थान के पोकरण इलाके में भी बड़ी संख्या में ड्रोन देखे गए जिन्हें भारतीय डिफेंस सिस्टम ने नष्ट कर दिया। साथ ही राजौरी में भी गोलाबारी की ताजा खबरें आ रही हैं।
सीजफायर की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि शनिवार दोपहर 3:35 बजे भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच बातचीत में यह फैसला लिया गया था कि 5 बजे से तीनों क्षेत्रों – जल, थल और आकाश – में हमले रोके जाएंगे। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इस समझौते की पुष्टि की थी और बताया था कि 12 मई को दोनों देशों के अधिकारी आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
निष्कर्ष
सीजफायर के तुरंत बाद पाकिस्तान की ये कार्रवाई न सिर्फ राजनयिक भरोसे का उल्लंघन है बल्कि क्षेत्रीय शांति की कोशिशों पर भी बड़ा हमला है। भारत ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वह हर उल्लंघन का सख्त और निर्णायक जवाब देगा।
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