सीएम साय से मिले ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट अभिनव बिंद्रा, छत्तीसगढ़ में खेल विज्ञान और ओलंपिक शिक्षा कार्यक्रम शुरू करने पर चर्चा

Olympic gold medalist Abhinav Bindra met CM Sai

Olympic gold medalist Abhinav Bindra met CM Sai

रायपुर। छत्तीसगढ़ की खेल प्रतिभाओं को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के प्रयासों को और गति मिलने जा रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मंगलवार को ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता शूटर अभिनव बिंद्रा ने उनके निवास कार्यालय में शिष्टाचार मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच राज्य में ओलंपिक वैल्यू एजुकेशन, स्पोर्ट्स इंजरी रिकवरी और स्पोर्ट्स साइंस डेवलपमेंट जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री ने अभिनव बिंद्रा का पुष्पगुच्छ और प्रतीक चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। उन्होंने राज्य में खेल गतिविधियों के विस्तार और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के सरकार के प्रयासों की जानकारी दी। सीएम साय ने कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को शुरुआती स्तर से ही आधुनिक तकनीकों से लैस कर रही है ताकि वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन कर सकें।

बिंद्रा ने दिए तीन बड़े कार्यक्रमों के प्रस्ताव

बातचीत के दौरान अभिनव बिंद्रा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि वे अपने अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन के माध्यम से छत्तीसगढ़ में तीन प्रमुख कार्यक्रमों की शुरुआत करना चाहते हैं—

  1. ओलंपिक वैल्यू एजुकेशन प्रोग्राम – इसके तहत स्कूली बच्चों को उत्कृष्टता, सम्मान और मैत्री जैसे ओलंपिक मूल्यों से जोड़ते हुए खेल के प्रति जागरूक किया जाएगा।

  2. स्पोर्ट्स इंजरी रिकवरी प्रोग्राम – इस कार्यक्रम के अंतर्गत खिलाड़ियों को निःशुल्क सर्जरी, पुनर्वास और उपचार पश्चात देखभाल की सुविधा दी जाएगी। देश के 30 बेहतरीन डॉक्टरों का नेटवर्क इस प्रोग्राम से जुड़ा हुआ है, जिससे छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को फायदा मिलेगा।

  3. स्पोर्ट्स साइंस डेवलपमेंट प्रोग्राम – यह कार्यक्रम खिलाड़ियों को आधुनिक और वैज्ञानिक पद्धति से प्रशिक्षित करने के लिए तैयार किया गया है। इसमें तकनीक की मदद से प्रतिभा का आकलन कर उनके खेल कौशल को निखारा जाएगा।

राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना

मुख्यमंत्री साय ने अभिनव बिंद्रा के प्रस्तावों का स्वागत करते हुए कहा कि राज्य सरकार पहले ही कई योजनाओं के माध्यम से खेलों को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने बताया कि आदिवासी युवाओं में खेलों को लेकर जबरदस्त जुनून है। कोरवा जनजाति के युवाओं में तीरंदाजी का नैसर्गिक कौशल है, जिसे और निखारने के लिए रायपुर और जशपुर में एनटीपीसी की मदद से 60 करोड़ की लागत से आर्चरी अकादमी बनाई जा रही है।

सीएम ने यह भी बताया कि बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजन में 1.65 लाख से ज्यादा खिलाड़ियों ने भाग लिया है। सरकार ने ओलंपिक पदक विजेताओं के लिए भी विशेष पुरस्कार राशि का प्रावधान किया है—स्वर्ण पदक विजेता को 3 करोड़, रजत विजेता को 2 करोड़ और कांस्य विजेता को 1 करोड़ रुपये की सम्मान राशि दी जाएगी।

खेल मंत्री समेत कई अधिकारी रहे मौजूद

इस मुलाकात के दौरान राज्य के खेल मंत्री टंकराम वर्मा, युवा आयोग के अध्यक्ष विश्वविजय सिंह तोमर, खेल सचिव यशवंत कुमार, संचालक तनुजा सलाम और डॉ. दिगपाल राणावत समेत कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।

यह बैठक राज्य में खेल विज्ञान, शिक्षा और प्रतिभा संवर्धन के क्षेत्र में एक बड़े बदलाव की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।

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