किसी भी खाने पर वॉर्निंग नहीं: दो दिन पहले चेतावनी की खबर आई थी, अब सरकार ने किया खंडन, केवल सेहत का ख्याल रखने ऐसी सलाह

रायपुर:  हाल ही में देशभर में यह चर्चा तेजी से फैली कि समोसा, जलेबी और लड्डू जैसी पारंपरिक मिठाइयों और स्ट्रीट फूड पर अब सिगरेट की तरह चेतावनी लेबल लगाना अनिवार्य किया जाएगा। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि सरकार ऐसे खाद्य पदार्थों पर स्वास्थ्य संबंधी चेतावनी देने की तैयारी कर रही है। हालांकि, सरकार ने इन सभी दावों को सिरे से खारिज कर दिया है।

फर्जी खबरों पर केंद्र का स्पष्टीकरण

सबसे पहले पीआईबी के फैक्ट चेक ने इन खबरों को अफवाह बताया और इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि सरकार का उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाना है, न कि भारतीय स्ट्रीट फूड या पारंपरिक व्यंजनों को निशाना बनाना।

कोई भी खाद्य वस्तु वॉर्निंग लेबल के दायरे में नहीं

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि किसी भी खाद्य पदार्थ पर चेतावनी लेबल लगाने का विचार फिलहाल नहीं है। समोसा, जलेबी, लड्डू जैसे पारंपरिक खाद्य पदार्थों पर कोई प्रतिबंध नहीं है और न ही इन्हें लेकर कोई चेतावनी जारी की गई है। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि यह सलाह सभी प्रकार के खाद्य पदार्थों के लिए है, जिनमें तेल, नमक या चीनी की मात्रा अधिक हो सकती है

स्वस्थ जीवनशैली के लिए सामान्य सुझाव

स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जरूर कहा है कि लोगों को अपने खान-पान और जीवनशैली में संतुलन बनाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई मौकों पर तेल और शक्कर की खपत को कम करने की सलाह दे चुके हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं कहा गया कि कोई विशेष व्यंजन न खाएं।

इसके अलावा, हालिया एनपी-एनसीडी (नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ नॉन-कम्युनिकेबल डिजीजेस) के तहत लोगों को यह सुझाव दिया गया है कि वे ऑफिस में हल्की फुल्की एक्सरसाइज करें, सीढ़ियों का इस्तेमाल करें और नियमित रूप से टहलें। यह पहल मोटापा, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से बचाव के लिए शुरू की गई है।

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