Naxal Encounter In Balaghat: बालाघाट में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, मुठभेड़ में 3 महिला समेत 4 नक्सली ढेर, ग्रेनेड लॉन्चर और SLR बरामद

Naxal Encounter In Balaghat
Naxal Encounter In Balaghat: राज्य के नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में शनिवार को सुरक्षा बलों को एक बड़ी कामयाबी मिली है। पचामा दादर के पहाड़ी इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गए हैं, जिनमें तीन महिलाएं और एक पुरुष नक्सली शामिल हैं। इस कार्रवाई को नक्सल विरोधी अभियान के तहत अब तक की एक अहम सफलता माना जा रहा है।
पहाड़ी क्षेत्र में छिपे नक्सलियों पर पुलिस का जवाबी वार
यह मुठभेड़ बालाघाट जिले के लांजी थाना क्षेत्र के पचामा दादर इलाके में उस वक्त हुई जब सुरक्षाबलों को नक्सलियों की गतिविधियों की सूचना मिली थी। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर जब तलाशी शुरू की, तो नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में हॉक फोर्स और जिला पुलिस बल ने मोर्चा संभालते हुए चार नक्सलियों को ढेर कर दिया।
भारी मात्रा में हथियार बरामद
मुठभेड़ स्थल से एक ग्रेनेड लॉन्चर, एक एसएलआर और अन्य घातक हथियार और उपकरण बरामद किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि मारे गए नक्सलियों के पास से मिले हथियारों से साफ जाहिर होता है कि ये सभी खतरनाक वारदातों की योजना में शामिल थे। मुठभेड़ के बाद इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है ताकि क्षेत्र में छिपे अन्य नक्सलियों का भी पता लगाया जा सके।
लंबे समय से सक्रिय था नक्सली नेटवर्क
बालाघाट जिले के कुछ हिस्सों में पिछले कई महीनों से नक्सली गतिविधियों में तेजी देखी जा रही थी। इससे पहले भी डाबरी पुलिस चौकी क्षेत्र में नक्सलियों से मुठभेड़ हो चुकी है, जिसमें पुलिस ने उन्हें पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था। हालिया मुठभेड़ में करीब 20 से 30 राउंड फायरिंग हुई और अंततः चार नक्सली मारे गए।
एसपी आदित्य मिश्रा की रणनीति रंग लाई
बालाघाट के नव नियुक्त एसपी आदित्य मिश्रा की नेतृत्व में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान को यह बड़ी कामयाबी मिली है। मिश्रा ने पदभार संभालते ही नक्सल उन्मूलन को अपनी प्राथमिकता बनाया था। उन्होंने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी और किसी भी कीमत पर आम नागरिकों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा।
प्रशासन और सरकार की उम्मीदें बढ़ीं
मुठभेड़ में मिली इस सफलता के बाद राज्य सरकार और जिला प्रशासन को उम्मीद है कि बालाघाट और आसपास के इलाकों में नक्सल खतरे पर काबू पाने की दिशा में ये अहम कदम साबित होगा। पुलिस की सक्रियता और खुफिया तंत्र की मजबूत पकड़ से यह स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में नक्सलियों की कमर तोड़ने के लिए और भी सटीक ऑपरेशन चलाए जाएंगे।
बालाघाट की पहाड़ियों में शनिवार को गूजी गोलियों की गूंज अब पुलिस की जीत के तौर पर देखी जा रही है। चार खूंखार नक्सलियों का मारा जाना न केवल सुरक्षा बलों के लिए सफलता है, बल्कि इलाके के आम लोगों के मन में विश्वास का संचार भी करता है कि अब जंगलों में छिपे आतंक पर लगाम लगने लगी है।