India Strikes Kirana Hills: क्या भारत ने पाकिस्तान के परमाणु गढ़ को दी चेतावनी? किराना हिल्स पर मंडराया खतरा

India Strikes Kirana Hills

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India Strikes Kirana Hills: भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद सोशल मीडिया से लेकर सामरिक विश्लेषणों तक एक सवाल तेजी से गूंजने लगा है—क्या भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के किराना हिल्स जैसे संवेदनशील इलाके को भी निशाना बनाया, जहां उसके परमाणु हथियार छिपे होने की आशंका जताई जाती है? और अगर नहीं भी किया गया, तो क्या भारत ने अपने एक्शन से यह स्पष्ट कर दिया कि अब ‘परमाणु ब्लैकमेल’ नहीं चलेगा?

कहां है किराना हिल्स? क्यों है चर्चा में?

किराना हिल्स, पाकिस्तान के सरगोधा एयरबेस से महज 20 किलोमीटर और खुशाब न्यूक्लियर प्लांट से करीब 75 किलोमीटर दूर स्थित है। यह इलाका पाकिस्तान की स्ट्रैटेजिक प्लान्स डिवीजन का एक अहम हिस्सा माना जाता है, जहां रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान ने अपने परमाणु हथियारों का स्टोरेज सिस्टम तैयार किया हुआ है। यहां सुरक्षा बेहद सख्त और मल्टी-लेयर डिफेंस सिस्टम से लैस है।

हालांकि पाकिस्तान कभी सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार नहीं करेगा कि किराना हिल्स में परमाणु हथियार मौजूद हैं, लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स और कई अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स के अनुसार, यह क्षेत्र पाकिस्तान की न्यूक्लियर स्ट्राइक कैपेबिलिटी की रीढ़ माना जाता है।

एयर मार्शल का जवाब—“हमें जानकारी नहीं थी!”

जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद एयरफोर्स के ऑपरेशन्स प्रमुख एयर मार्शल ए.के. भारती से इस पर सवाल किया गया कि क्या भारत ने किराना हिल्स को निशाना बनाया, तो उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा—
“हमें बताने के लिए शुक्रिया कि किराना हिल्स में परमाणु इंस्टॉलेशन हैं, हमें तो इसकी जानकारी नहीं थी।”
इसके बाद उन्होंने गंभीरता से जोड़ा—
“हमने किराना हिल्स पर कोई हमला नहीं किया है।”

ऑपरेशन सिंदूर में क्या हुआ?

6 और 7 मई की दरम्यानी रात भारत ने पाकिस्तान के कई आतंकी और सैन्य ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। यह कार्रवाई एलओसी तक सीमित नहीं रही, बल्कि पाकिस्तान के भीतर रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस जैसे उच्च-सुरक्षा वाले इलाकों तक जा पहुंची। यही वजह है कि किराना हिल्स का जिक्र एक बार फिर चर्चा में आ गया—क्योंकि भारत ने दिखा दिया कि वो दुश्मन के ‘सुरक्षित गढ़’ तक भी पहुंच सकता है।

भारत का स्पष्ट संदेश: अब ‘परमाणु डराने’ की नहीं चलेगी चाल

भारत का यह एक्शन सीधे तौर पर पाकिस्तान को यह संदेश देता है कि अगर वह आतंकवाद फैलाता है और परमाणु हथियारों की आड़ में धमकाता है, तो भारत उसे उसी की भाषा में जवाब देगा। भारत अब किसी भी ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ को सहन करने के मूड में नहीं है।

किराना हिल्स पर हमला नहीं, पर संदेश साफ

भले ही भारत ने किराना हिल्स पर सीधा हमला नहीं किया हो, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के जरिए जो संकेत दिया गया है, वह बहुत स्पष्ट है—अब भारत रक्षात्मक नहीं, आक्रामक रणनीति के साथ आगे बढ़ेगा।
और अगर पाकिस्तान ने अपनी हरकतें नहीं रोकीं, तो अगली बार भारत के निशाने पर सिर्फ आतंकी शिविर नहीं, बल्कि दुश्मन के वो ठिकाने भी हो सकते हैं जिन्हें अब तक अजेय और अछूता समझा जाता था।

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