जेल में बंद ननों से INDIA गठबंधन के सांसदों की मुलाकात, केंद्र पर अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करने का आरोप

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में धर्मांतरण और मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार की गई दो कैथोलिक ननों को लेकर सियासत और तेज हो गई है। आज INDIA गठबंधन के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल दुर्ग पहुंचा और जेल में बंद ननों से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और पूर्व विधायक अरुण वोरा भी मौजूद रहे।
सांसदों ने ननों से मुलाकात कर पूरा मामला जाना और मीडिया से चर्चा करते हुए केंद्र सरकार पर अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में किसी तरह का धर्मांतरण या मानव तस्करी नहीं हुआ है, बल्कि यह धार्मिक पहचान के आधार पर उत्पीड़न का मामला है।
सांसदों को पहले रोका गया मिलने से
प्रतिनिधिमंडल को पहले जेल प्रशासन की ओर से ननों से मुलाकात की अनुमति नहीं दी गई थी, लेकिन बाद में जेल डीजी की मंजूरी के बाद मुलाकात संभव हो सकी। इस पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने राज्य सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि “लोकसभा छोड़कर आए सांसदों को महिला बंदियों से मिलने से रोका गया, यह अस्वीकार्य है।”
केरल सांसद बेनी बेहनान का आरोप
केरल से सांसद बेनी बेहनान ने कहा, “दोनों नन मेरे लोकसभा क्षेत्र से हैं और मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानता हूं। देशभर में अल्पसंख्यकों को सबसे ज्यादा प्रताड़ित किया जा रहा है। बजरंग दल और आरएसएस जैसे संगठनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। यहां धर्मांतरण जैसा कोई मामला नहीं है।”
कानूनी लड़ाई लड़ेंगे: सांसद सप्तगिरि उल्का
कांग्रेस सांसद सप्तगिरि उल्का ने कहा कि “महज धार्मिक पहचान के आधार पर ननों को कपड़ों से पहचानकर उनके साथ अभद्रता की गई और गलत आरोप लगाकर जेल भेज दिया गया।” उन्होंने कहा कि INDIA गठबंधन इस लड़ाई को कानूनी तरीके से लड़ेगा और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से भी इस विषय में चर्चा करेगा।