दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे 10 बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार, किन्नर बनकर छिपे थे चार आरोपी

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से भारत में रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने कुल 10 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से चार पुरुष किन्नर बनकर पहचान छिपाए हुए थे, जबकि छह महिलाएं पूर्वी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में रह रही थीं। यह कार्रवाई दो अलग-अलग टीमों द्वारा की गई।
किन्नर बनकर रह रहे थे चार आरोपी
दिल्ली पुलिस के नॉर्थ-वेस्ट जिले की विदेशी नागरिक प्रकोष्ठ (Foreigner Cell) ने आजादपुर सब्ज़ी मंडी इलाके से चार बांग्लादेशी पुरुषों को गिरफ्तार किया, जो लिंग परिवर्तन और हार्मोनल इंजेक्शन की मदद से किन्नर बन चुके थे। इनका उद्देश्य भारत में अवैध रूप से रहते हुए पुलिस की नजरों से बचना और ट्रैफिक सिग्नलों पर भीख मांगना था।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई है:
- मोहम्मद अरमान उर्फ ईशा
- मोहम्मद आरिफ उर्फ शिल्पा
- मोहम्मद जाहिद उर्फ मौसम
- मोहम्मद बाबुल उर्फ पाखी
ये सभी बांग्लादेश के नारायणगंज, थाना फतुल्ला के रहने वाले हैं। पुलिस ने इन्हें एफआरआरओ, आरके पुरम को सौंप दिया है, जहां से इनका प्रत्यर्पण (deportation) किया जा रहा है।
IMO ऐप से कर रहे थे परिवार से बात
पुलिस को आरोपियों के पास से दो स्मार्टफोन मिले हैं, जिनमें भारत में प्रतिबंधित IMO ऐप इंस्टॉल था। यही ऐप इस्तेमाल कर ये अपने बांग्लादेशी परिवार से संपर्क में रहते थे।
छह महिलाओं की भी गिरफ्तारी
इसी दौरान पूर्वी दिल्ली पुलिस ने भी छह अवैध बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया है। कार्रवाई मंडावली थाना और पहाड़गंज इलाके में की गई। टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर भूपेश कुमार ने किया।
गिरफ्तार महिलाओं के नाम:
- मिम अख्तर (23)
- मीना बेगम (35)
- शेख मुन्नी (36)
- पायल शेख (25)
- सोनिया अख्तर (36)
- तानिया खान (34)
इन सभी के खिलाफ भी डिपोर्टेशन की प्रक्रिया जारी है।
पुलिस की सतर्कता और आगे की जांच
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, हाल ही में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। ये लोग फर्जी पहचान पत्र, अलग रूप में पहचान छिपाकर रह रहे हैं, जिससे सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है। पुलिस ने कहा कि पूरे नेटवर्क और सहयोगियों की तलाश जारी है।