Congress Protest: कोंडागांव में कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन, डीईओ कार्यालय घेरने पहुंचे कार्यकर्ता, पुलिस से तीखी झड़प – मोहन मरकाम हुए चोटिल

कोंडागांव। शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के विरोध में कांग्रेस ने शुक्रवार को कोंडागांव में बड़ा प्रदर्शन किया, जो देखते ही देखते तनावपूर्ण हो गया। डीईओ कार्यालय का घेराव करने निकले कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की पुलिस से जोरदार धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हो गया, जबकि कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं को भी चोटें आईं। झड़प के दौरान कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मोहन मरकाम जमीन पर गिर पड़े, जिन्हें कार्यकर्ताओं ने तुरंत उठाया और संभाला।
प्रदर्शन से पहले पूजा, फिर निकली ‘शिक्षा न्याय यात्रा’
कांग्रेसियों ने अपने विरोध की शुरुआत पंचमुखी हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ की। इसके बाद ‘शिक्षा न्याय यात्रा’ नाम से एक विशाल रैली निकाली गई, जिसमें राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम, पूर्व विधायक संतराम नेताम और मोहन मरकाम समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। रैली शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर बढ़ी, लेकिन पुलिस ने बीच रास्ते में दो बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोक दिया।
पुलिस ने रोका तो सड़क पर ही बैठ गए प्रदर्शनकारी
पुलिस द्वारा रोके जाने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की, जिससे दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की हो गई। इसी दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हो गया और कुछ कार्यकर्ताओं को भी चोटें आईं। कांग्रेस के पूर्व मंत्री मोहन मरकाम भी धक्का-मुक्की में गिर गए। इस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर करते हुए सड़क पर ही धरना शुरू कर दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
सरकार पर जमकर बरसे मोहन मरकाम
पूर्व मंत्री मोहन मरकाम ने प्रदर्शन के दौरान राज्य सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को उनके मूल कार्य यानि पढ़ाई से भटकाकर जनगणना, सर्वेक्षण, मतदाता सूची जैसे गैर-शैक्षणिक कार्यों में लगाया जा रहा है। युक्तियुक्तकरण के नाम पर शिक्षकों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जा रहा है, जिससे शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
मरकाम ने कहा कि यह पूरा मामला शिक्षा व्यवस्था के साथ अन्याय है। उन्होंने सरकार से मांग की कि—
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शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रोका जाए
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राज्य के सभी रिक्त पदों पर सीधी भर्ती शुरू की जाए
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शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किया जाए