Chhattisgarh Teachers Protest against Rationalisation: युक्तियुक्तकरण के खिलाफ शिक्षक साझा मंच ने शुरू किया आंदोलन, आठ सूत्रीय मांगों के साथ किया एलान

Chhattisgarh Teachers Protest against Rationalisation
रायपुर। Chhattisgarh Teachers Protest against Rationalisation: छत्तीसगढ़ के शिक्षक वर्ग में युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को लेकर गहरा आक्रोश है। शिक्षक साझा मंच ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए आठ सूत्रीय मांगों के साथ चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है। मंच का आरोप है कि सरकार ने सेटअप में मनमानी करते हुए 46 हजार से अधिक शिक्षकीय पदों की कटौती कर दी है, जिससे पूरे प्रदेश के शिक्षक असंतोष में हैं।
5 सितंबर को होगा राज्य स्तरीय बड़ा प्रदर्शन
शिक्षक साझा मंच के प्रदेश संचालक वीरेंद्र दुबे ने बताया कि युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में भारी अनियमितताएं हुई हैं। शिक्षक दिवस यानी 5 सितंबर 2025 को राजधानी में राज्य स्तरीय विशाल प्रदर्शन किया जाएगा। दुबे के अनुसार, सरकार की नीतियां शिक्षक विरोधी हैं और यह पूरी व्यवस्था शिक्षा व्यवस्था को कमजोर करने की दिशा में उठाया गया कदम है।
ऑनलाइन बैठक में बनी आंदोलन की रूपरेखा
14 जून को शिक्षक साझा मंच की एक ऑनलाइन समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें आंदोलन की रणनीति और क्रियान्वयन पर निर्णय लिया गया। तय किया गया कि प्रदेश, जिला और संभाग स्तर पर कार्यक्रमों की श्रृंखला के जरिए सरकार को चेताया जाएगा।
आठ चरणों में होगा आंदोलन, ऐसे जताएंगे विरोध
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काली पट्टी लगाकर विरोध (16 से 30 जून): सभी शिक्षक 16 जून से 30 जून तक विद्यालय में काली पट्टी पहनकर युक्तियुक्तकरण के विरोध में अपना रोष जताएंगे।
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पालक संवाद अभियान (16 से 20 जून): इस दौरान शिक्षक अपने-अपने क्षेत्र में पालकों से संपर्क कर उन्हें सेटअप में की गई कटौती और युक्तियुक्तकरण की विसंगतियों की जानकारी देंगे और समर्थन की अपील करेंगे।
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आवेदन सौंपना (20 जून तक): युक्तियुक्तकरण से प्रभावित शिक्षक डीपीआई और शिक्षा सचिव के नाम आवेदन स्वंय जाकर या डाक के माध्यम से सौंपेंगे। आवेदन की एक प्रति संबंधित ब्लॉक, जिला या संभागीय संचालकों को भी दी जाएगी।
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मुख्य न्यायाधीश को पत्र (20 जून): शिक्षक भारत के मुख्य न्यायाधीश को डाक के माध्यम से ज्ञापन भेजकर न्याय की गुहार लगाएंगे।
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प्रधानमंत्री को मांग पत्र (30 जून): आंदोलन के अगले चरण में सभी शिक्षक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन भेजेंगे।
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विसंगतियों पर ज्ञापन (तिथि निर्धारित): शिक्षक साझा मंच डीपीआई और शिक्षा सचिव को युक्तियुक्तकरण की विसंगतियों पर विस्तृत ज्ञापन सौंपेगा।
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ब्लॉक स्तर पर धरना (1 जुलाई): प्रदेश के 146 ब्लॉक मुख्यालयों में एकदिवसीय शाला बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
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राज्य स्तरीय प्रदर्शन (5 सितंबर): शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें हजारों शिक्षक भाग लेंगे।
क्या है युक्तियुक्तकरण विवाद?
शिक्षक साझा मंच का आरोप है कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर सरकार ने स्थाई पदों को खत्म कर दिया है और शिक्षा व्यवस्था को डगमगा दिया है। सेटअप से छेड़छाड़ करते हुए लगभग 46 हजार पदों की कटौती कर दी गई है, जिससे स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी हो गई है। इस फैसले से न केवल शिक्षकों का भविष्य संकट में है, बल्कि छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
सरकार से की यह मांग
मंच का कहना है कि यदि सरकार समय रहते युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं लाती और शिक्षक पदों की बहाली नहीं करती, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। शिक्षक वर्ग चाहता है कि शासन इस मुद्दे को प्राथमिकता से सुलझाए और शिक्षकों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करे।
छत्तीसगढ़ में युक्तियुक्तकरण को लेकर शुरू हुआ यह आंदोलन अब व्यापक रूप लेता जा रहा है। शिक्षक वर्ग एकजुट होकर सरकार से अपने पदों की बहाली और शिक्षा व्यवस्था की मजबूती की मांग कर रहा है। आगामी 5 सितंबर को होने वाला राज्य स्तरीय प्रदर्शन इस आंदोलन की दिशा तय करेगा। अब देखना यह होगा कि सरकार शिक्षकों की आवाज सुनेगी या आंदोलन और उग्र रूप लेगा।