कांग्रेस की आर्थिक नाकेबंदी को CCCI और परिवहन संघों का समर्थन नहीं, व्यापार पर असर को लेकर जताई चिंता

रायपुर– छत्तीसगढ़ में कांग्रेस द्वारा आयोजित आर्थिक नाकेबंदी को लेकर जहां राजनीतिक हलचल तेज़ है, वहीं राज्य के प्रमुख व्यापारिक और परिवहन संगठनों ने इस बंद से दूरी बना ली है। उनका कहना है कि ऐसे अचानक बुलाए गए आंदोलनों से व्यापार, परिवहन और आम जनजीवन पर गंभीर असर पड़ता है।
चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने किया विरोध, जारी किया बयान
छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के महामंत्री अजय भसीन ने वीडियो संदेश जारी कर आर्थिक नाकेबंदी का विरोध किया। उन्होंने कहा: “आर्थिक नाकेबंदी जैसे कदम राज्य के विकास में अवरोध पैदा करते हैं। इससे रोजमर्रा का व्यापार प्रभावित होता है और छोटे व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।”
रायपुर-बस्तर-कोरापुट परिवहन संघ ने भी जताई असहमति
रायपुर-बस्तर-कोरापुट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने भी कांग्रेस के बंद से अलग रहने की बात कही है। यूनियन की ओर से जारी बयान में कहा गया: “अचानक बंद या चक्का जाम से व्यापारिक गतिविधियां रुक जाती हैं, ट्रक चालकों और मालिकों को परेशानी होती है। बरसात के मौसम में ट्रकों में लदा माल खराब होने का खतरा रहता है।
इसके अलावा GST ई-वे बिल की वैधता खत्म होने पर कानूनी अड़चनों का सामना करना पड़ता है। इसलिए हमारा संगठन ऐसे बंद में शामिल नहीं होगा।
यूनियन कार्यालय में माल बुकिंग और पुकार सेवा सामान्य रूप से जारी रहेगी।”
प्रशासन मुस्तैद: रायपुर में 700 से ज्यादा जवान तैनात
कांग्रेस की नाकेबंदी को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। रायपुर जिले में 700 से अधिक पुलिस जवान तैनात किए गए हैं।
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रायपुर के सात प्रमुख स्थानों पर कांग्रेस कार्यकर्ता नाकेबंदी कर रहे हैं।
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वीआईपी रोड और विधानसभा मार्ग पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
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थोड़ी देर में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता वीआईपी चौक पहुंचने वाले हैं।