भूपेश बघेल का तीखा वार: अडाणी, ईडी और उपराष्ट्रपति के इस्तीफे को लेकर उठाए सवाल

रायपुर — दिल्ली दौरे के बाद रायपुर लौटे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर केंद्र सरकार और उसके सहयोगी संस्थानों पर करारा हमला बोला है। उन्होंने अडाणी समूह, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और देश के उपराष्ट्रपति के इस्तीफे को लेकर सवालों की झड़ी लगा दी है।

अडाणी के खिलाफ मोर्चा: “खनिज संसाधनों की लूट का विरोध जरूरी”

भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस की आर्थिक नाकेबंदी पूरी तरह से अडाणी समूह के खिलाफ है, जो छत्तीसगढ़ के खनिज संसाधनों की लूट में लगा है। “यह सब सरकार के संरक्षण में हो रहा है। हमारे प्रदेश के संसाधनों को पूंजीपतियों के हाथों सौंपा जा रहा है। हम इसका हर स्तर पर विरोध करेंगे।” राज्यभर में कांग्रेस आज दोपहर 12 से 2 बजे तक आर्थिक नाकेबंदी कर रही है। प्रमुख सड़कें बंद कर विरोध जताया जा रहा है।

ईडी पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को बताया “बड़ा तमाचा”

ईडी की कार्यप्रणाली पर सुप्रीम कोर्ट की हालिया सख्त टिप्पणी को लेकर भी भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि “ईडी आज देश में BJP का विंग बन गई है। विपक्ष को निशाना बनाया जा रहा है। ईडी का स्ट्राइक रेट 1% भी नहीं है। इसका इस्तेमाल सिर्फ राजनीतिक हित साधने और विपक्ष की छवि बिगाड़ने के लिए किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी खुद में एक गंभीर संदेश है। इससे ज़्यादा सख्त और क्या हो सकता है?”

उपराष्ट्रपति के इस्तीफे को बताया “भयंकर तूफान का संकेत”:

भूपेश बघेल ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे पर भी सवाल खड़े करते हुए इसे “आने वाले भयंकर तूफान” का संकेत बताया। “कल दिनभर उपराष्ट्रपति सार्वजनिक बैठकों में पूरी तरह स्वस्थ थे। ऐसे में उनका इस्तीफा स्वास्थ्य कारणों से नहीं, बल्कि किसी गंभीर राजनीतिक या संवैधानिक कारण से जुड़ा हो सकता है।”

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष भी पहुंचे रायपुर, करेंगे प्रदर्शन में हिस्सा

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग (राजा बरार) भी आज रायपुर पहुंचे। एयरपोर्ट पर भूपेश बघेल ने उनका स्वागत किया और दोनों नेता साथ में बघेल निवास रवाना हुए। वे आज रायपुर में होने वाले कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे।

Youthwings