बीजापुर पहुंचे भूपेश बघेल, बोले – नक्सल ऑपरेशन में बरामद एयर गन हास्यास्पद, 31 नक्सलियों के शवों को इतने दिनों तक क्यों रखा गया?

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को बीजापुर पहुंचे, जहां उन्होंने सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा के दौरान हालिया नक्सल ऑपरेशन को लेकर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि इस अभियान में जो हथियार बरामद किए गए हैं, उनमें अधिकांश एयर गन हैं, जो बेहद हास्यास्पद है। उन्होंने तंज कसते हुए पूछा, “क्या माओवादी मिलिट्री संगठन अब एयर गन जैसे खिलौनों से लड़ रहे हैं?”
31 नक्सलियों के शवों को इतने दिनों तक क्यों रखा गया?
बघेल ने यह भी सवाल उठाया कि मारे गए 31 नक्सलियों के शवों को इतने दिनों तक क्यों रखा गया और इस पूरे अभियान की जानकारी मीडिया से क्यों छुपाई गई। उन्होंने कहा कि यह वही ऑपरेशन है, जिसे राज्य के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने पहले खंडन किया था। लेकिन अब प्रदेश के DGP ने इस ऑपरेशन को सही ठहराते हुए, खुद मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के बयानों का खंडन कर दिया है।
NIA की कठोर धाराएं लगाकर आदिवासियों को जेल में डाला गया?
भूपेश बघेल ने आगे कहा कि नक्सल विरोधी कार्रवाई के नाम पर सैकड़ों निर्दोष लोगों को जबरन फंसाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि NIA की कठोर धाराएं लगाकर बड़ी संख्या में आदिवासियों को जेल में डाला गया है। पुलिस की कार्रवाई से भयभीत होकर लोग गांव छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं, जिससे दक्षिण बस्तर में हालात असामान्य हो गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि NIA सिर्फ आंकड़े दिखाने के उद्देश्य से गिरफ्तारियां कर रही है, लेकिन किसी के खिलाफ आरोप साबित नहीं हो पा रहे हैं। बघेल ने मांग की कि इन सभी मामलों की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक स्वतंत्र जांच समिति का गठन किया जाए।
बिना ग्राम सभा की अनुमति के कोरंडम खदान शुरू?
भूपेश बघेल ने भोपालपटनम के कुकनूर क्षेत्र में कोरंडम खदान शुरू किए जाने पर भी गंभीर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह खदान बिना ग्राम सभा की अनुमति के शुरू की जा रही है, जबकि यह इलाका बफर जोन में आता है, जहां तेंदूपत्ता तुड़ाई जैसी गतिविधियों पर भी प्रतिबंध है। ऐसे संवेदनशील क्षेत्र में खनन की मंजूरी देना पूरी तरह अनुचित और जनविरोधी कदम है। उन्होंने नक्सल मुक्त गांवों को एक करोड़ रुपये देने की योजना को अव्यावहारिक बताया और कहा कि इससे ग्रामीणों और उनके मुखियाओं की जान को खतरा हो सकता है। बघेल ने आरोप लगाया कि अब तो सरकारी कर्मचारियों को भी नक्सली मामलों में फंसाकर जेल भेजा जा रहा है।
भाजपा की योजनाएं सिर्फ नारों और होल्डिंग्स तक सीमित?
उन्होंने कहा, “यहां शासन नाम की कोई चीज़ नजर नहीं आ रही है, केवल अधिकारों का दुरुपयोग हो रहा है।” बघेल ने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार ने कांग्रेस कार्यकाल में बनाई गई कई जनहित योजनाओं को निरस्त कर दिया है। ऐसे माहौल में विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा की योजनाएं सिर्फ नारों और होल्डिंग्स तक सीमित रह गई हैं, जमीनी हकीकत से उनका कोई सरोकार नहीं है।