ACB का छापा: संविदा कर्मचारी को बचाने के लिए मांगे थे 1 लाख, 50 हजार लेते धरा गया
छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार और अवैध लेनदेन के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। राज्य के अलग-अलग जिलों में एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) और ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा) की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। शुक्रवार को सूरजपुर, बिलासपुर और राजनांदगांव में हुई कार्रवाई से शासन-प्रशासन और कारोबार जगत में हलचल मच गई है।
सूरजपुर में इंजीनियर रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
सूरजपुर जिले के मां महामाया शक्कर कारखाना के प्रभारी चीफ इंजीनियर सी.आर. नायक को एसीबी की टीम ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी इंजीनियर ने एक संविदा कर्मचारी की नौकरी बचाने के एवज में एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। एसीबी की 5 सदस्यीय टीम ने उनके आवास पर दबिश दी और रिश्वत की राशि बरामद की। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है।
बिलासपुर में आदिम जाति कल्याण विभाग का बाबू गिरफ्तार
बिलासपुर में आदिम जाति कल्याण विभाग में कार्यरत एक बाबू को एसीबी ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपी बाबू एक हितग्राही से अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना की राशि जारी करने के बदले पैसे की मांग कर रहा था। शिकायत मिलने पर एसीबी की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से ट्रैप लगाया और आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा। अब आगे की विभागीय कार्रवाई की जा रही है।
राजनांदगांव में सर्राफा कारोबारी के ठिकानों पर छापा
राजनांदगांव में दीपावली से पहले ईओडब्ल्यू और एसीबी की संयुक्त टीमों ने बड़ी कार्रवाई की है। नंदई चौक स्थित मकान और गुड़ाखू लाइन में जसराज बैद की मोहनी ज्वेलर्स पर छापेमारी की गई। अफसरों की टीम चार गाड़ियों में पहुंची और दुकान व मकान को घेर कर दस्तावेजों, नकदी, आभूषणों और अन्य संपत्तियों की गहन जांच शुरू की।
बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई काले धन और अवैध वित्तीय लेन-देन से जुड़ी शिकायतों के आधार पर की गई है। जांच दल यह पता लगाने में जुटा है कि कितनी अवैध संपत्ति अर्जित की गई है।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
यह पहली बार नहीं है जब इस सर्राफा कारोबारी के खिलाफ कार्रवाई हुई हो। करीब तीन साल पहले भी इन्हीं ठिकानों पर रेड की गई थी, जिसमें 500 किलो से अधिक चांदी और डेढ़ किलो सोना बरामद किया गया था। उस वक्त की कार्रवाई ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया था, और अब दोबारा हुई रेड ने फिर चर्चा का माहौल गर्म कर दिया है।
प्रदेशभर में जारी है कार्रवाई :
राज्य सरकार ने प्रदेशभर में काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ व्यापक अभियान चला रखा है। कई जिलों में सर्राफा कारोबारियों और सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। माना जा रहा है कि यह अभियान न सिर्फ टैक्स चोरी और अवैध संपत्ति पर लगाम कसने के लिए है, बल्कि यह सरकार की “भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन” नीति का अहम हिस्सा भी है।
