वनरक्षक भर्ती में हैदराबाद की कंपनी की लापरवाही : 2773 अभ्यर्थियों को दोबारा देना होगा लंबी कूद टेस्ट

राजनांदगांव: पुलिस भर्ती में गड़बड़ी के लिए चर्चित हैदराबाद की “टाईम एंड टेक्नोलॉजी” कंपनी एक बार फिर विवादों में है। इस बार मामला छत्तीसगढ़ के वन विभाग की वनरक्षक भर्ती से जुड़ा है, जहां कंपनी की भारी लापरवाही सामने आई है। संसाधनों की पर्याप्त व्यवस्था नहीं करने के कारण 2773 अभ्यर्थियों को लंबी कूद का टेस्ट दोबारा देना पड़ेगा। इससे अभ्यर्थियों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।
पहले राजनांदगांव पुलिस भर्ती में गड़बड़ी :
गौरतलब है कि वन विभाग ने कुछ माह पहले राजनांदगांव के 48 और खैरागढ़ डिवीजन के 59 पदों पर वनरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। इस प्रक्रिया का जिम्मा उसी हैदराबादी कंपनी को सौंपा गया था, जिसे पहले राजनांदगांव पुलिस भर्ती में गड़बड़ी को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ा था।
दोबारा टेस्ट कराने के आदेश जारी :
सूत्रों के अनुसार, भर्ती के शुरुआती चार दिनों तक कंपनी पर्याप्त मशीनें उपलब्ध नहीं करा सकी, जिससे पूरी प्रक्रिया मैनुअल करानी पड़ी। इस दौरान केवल चार मशीनों के सहारे प्रतिदिन हजारों अभ्यर्थियों की लंबी कूद परीक्षा कराई जा रही थी, जो तकनीकी मानकों पर खरी नहीं उतरती। जब मामला उजागर हुआ, तो वन विभाग ने गंभीरता दिखाते हुए शुरुआती चार दिनों की परीक्षा को रद्द कर, दोबारा टेस्ट कराने के आदेश जारी किए। बावजूद इसके, कंपनी के खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। कांग्रेस ने इस पूरे मामले में कंपनी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
प्रश्नों के घेरे में भर्ती प्रक्रिया, लेकिन कार्रवाई नहीं
यह स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब यह देखा जाए कि एक ही कंपनी को बार-बार जिम्मेदारी दी जा रही है, बावजूद इसके कि वह पहले भी भारी चूक कर चुकी है। अभ्यर्थियों का कहना है कि ऐसी लापरवाही से उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। फिलहाल विभाग ने आगे की प्रक्रिया ऑनलाइन करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन कंपनी पर कार्रवाई की मांग लगातार तेज होती जा रही है।