शिक्षकों की कमी से नाराज़ छात्रों ने स्कूल में जड़ा ताला, चक्का जाम कर जताया विरोध

बेमेतरा जिले के शासकीय पूर्व माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, खाती में शिक्षकों की भारी कमी को लेकर छात्र-छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा है। दो दिनों से विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने मंगलवार को स्कूल के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया और स्कूल के बाहर धरने पर बैठ गए। आज प्रदर्शन ने और जोर पकड़ा जब गुस्साए विद्यार्थियों ने मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया, जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ।
मुख्य विषयों के शिक्षक नहीं, छात्र बोले – भविष्य अंधकार में
विद्यालय में अंग्रेजी और रसायन जैसे प्रमुख विषयों के शिक्षक न होने से छात्रों को पढ़ाई में दिक्कत आ रही है। उन्होंने बताया कि पिछले साल परीक्षा परिणाम बेहद खराब रहा था और इस बार भी कोई सुधार नहीं हुआ है। खाती के अलावा अकोला, मटिया, सौरी, धिवरी, कुरूद, पतोरा और भूखंडी गांवों के छात्र भी यहां पढ़ाई के लिए आते हैं और सभी को शिक्षकों की कमी से जूझना पड़ रहा है।
जिला शिक्षा अधिकारी का वाहन घेरा, दो शिक्षक नियुक्त करने की मांग
छात्रों की शिकायत सुनने जब जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. कमल कपूर बंजारे मौके पर पहुंचे और समझाइश देने की कोशिश की, तो छात्र मानने को तैयार नहीं हुए। जब अधिकारी वापस लौटने लगे तो छात्रों ने उनके वाहन को घेर लिया और “हमें शिक्षक चाहिए” के नारे लगाने लगे। छात्रों ने स्पष्ट कहा कि जब तक अंग्रेजी और रसायन के शिक्षक नियुक्त नहीं होंगे, तब तक स्कूल का ताला नहीं खुलेगा।
प्रशासन ने दी समझाइश, छात्र अड़े रहे
मामले की गंभीरता को देखते हुए तहसीलदार प्रदीप तिवारी, थाना प्रभारी थानखम्हरिया और बीईओ निलेश कुमार चंद्रवंशी भी मौके पर पहुंचे लेकिन छात्रों का धरना जारी रहा। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी शिक्षा व्यवस्था ठीक नहीं होती।
ग्राम भटगांव में स्कूल मर्ज के फैसले का विरोध
वहीं दूसरी ओर, साजा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भटगांव में प्राथमिक विद्यालय को मिडिल स्कूल में मर्ज करने का ग्रामीणों ने विरोध किया है। 1949 से संचालित इस स्कूल में करीब 200 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं और भवन की जर्जर हालत के कारण इसका संचालन फिलहाल मिडिल स्कूल के भवन में किया जा रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर इस मर्जर को निरस्त करने की मांग की है।