70 करोड़ की काली कमाई! तोमर ब्रदर्स अब तक फरार, पकड़े नहीं गए तो सीज होगी पूरी संपत्ति

रायपुर। मारपीट, ब्लैकमेलिंग और जबरन वसूली के गंभीर आरोपों में घिरे वीरेंद्र और रोहित तोमर अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। गरीब अंडा ठेले वालों की खून-पसीने की कमाई लूटकर आलीशान जीवन जीने वाले इन सूदखोर भाइयों की 70 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति होने की जानकारी सामने आई है। पुलिस अब उनकी बेहिसाब संपत्ति की जांच में जुट गई है और इसके लिए राजस्व विभाग को पत्र भेजा गया है।
पुलिस की सख्त कार्रवाई, संपत्ति अटैचमेंट की तैयारी:
एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह के अनुसार, तोमर भाइयों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग पुलिस टीमें बनाई गई हैं और लगातार संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है। यदि दोनों भाई जल्द नहीं पकड़े जाते, तो पुलिस उन्हें फरार घोषित कर कोर्ट से संपत्ति अटैचमेंट की अनुमति मांगेगी।
करोड़ों की काली कमाई, बेनामी संपत्तियों की तलाश:
पुलिस जांच में सामने आया है कि अधिकांश संपत्तियां अवैध वसूली और सूदखोरी के जरिए अर्जित की गई हैं। पहले सड़कों पर घूमने वाले ये दोनों भाई अब हाई-प्रोफाइल लाइफस्टाइल जीते हैं। पुलिस ने उनके घरों से सोने-चांदी के जेवरात और नकदी जब्त की थी, लेकिन आयकर विभाग को अब तक इस संबंध में कोई औपचारिक जानकारी नहीं दी गई है। आयकर अधिकारियों के मुताबिक, जब तक पुलिस द्वारा दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए जाते, वे कोई कार्रवाई नहीं कर सकते।
धमकी और गुर्गों की दादागीरी जारी:
हाल ही में भोपाल और दिल्ली से आए तीन लोगों और एक महिला ने एक यूट्यूबर के साथ मारपीट की थी, जिसमें वीरेंद्र की पत्नी भी शामिल थी। सभी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बाद एक और मामला सामने आया जिसमें तोमर का एक गुर्गा खुद को ओडिशा का बताकर एक यूट्यूब चैनल के एंकर को जान से मारने की धमकी दे रहा था। हालांकि इस मामले में अब तक पुलिस के पास कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है।
निगम ने घर पर चिपकाया नोटिस:
तोमर भाइयों द्वारा अपने मकान में 1,000 वर्गफीट में अवैध ऑफिस निर्माण का मामला भी सामने आया है। नगर निगम के जोन कमिश्नर ने पहले नोटिस जारी किया था, लेकिन जवाब नहीं मिलने पर गुरुवार को फिर एक नोटिस चस्पा किया गया है। जवाब नहीं देने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
अगला कदम – कोर्ट से फरारी वारंट:
एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने कहा कि यदि जल्द गिरफ्तारी नहीं होती है, तो कोर्ट से फरारी वारंट लिया जाएगा और संपत्ति जब्त करने की कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। फिलहाल पुलिस तोमर भाइयों की पतासाजी में जुटी है और उनके गुर्गों और सहयोगियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।