‘सुशासन तिहार औपचारिकता है, अगर नहीं तो इसे सालभर मनाए सरकार’ : टी.एस. सिंहदेव

बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टी.एस. सिंहदेव सोमवार को बलौदाबाजार पहुंचे। स्थानीय सर्किट हाउस में पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान उनके साथ संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा और बिलाईगढ़ विधायक कविता प्राण लहरे भी मौजूद रहीं।

टी.एस. सिंहदेव का यह दौरा पूर्व विधायक शकुंतला साहू के निवास पर शोक संवेदना प्रकट करने के लिए था। वे शकुंतला साहू की माता के निधन पर शोक व्यक्त करने पहुँचे थे। प्रवास के दौरान सिंहदेव ने जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और प्रदेशभर में चल रही ‘संविधान बचाओ रैली’ की तैयारियों को लेकर चर्चा की।

रैली का उद्देश्य: लोकतंत्र और संविधान की रक्षा:

सिंहदेव ने बताया कि ‘संविधान बचाओ रैली’ का उद्देश्य लोगों को संविधान के मूल्यों और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के प्रति जागरूक करना है। यह अभियान प्रदेश के हर जिले और संभाग में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि इस रैली के ज़रिए संविधान के प्रति विश्वास और जनचेतना को मजबूत किया जाए।”

सीमित समय, सभी नेताओं को सौंपी गई जिम्मेदारियाँ:

जब मीडिया ने उनसे रैली में नेताओं की भागीदारी को लेकर सवाल किया, तो सिंहदेव ने स्पष्ट किया कि रैली का कार्यक्रम केवल 40 दिनों में पूरा करना है, जिसमें पूरा प्रदेश कवर किया जाना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए सभी नेताओं को अलग-अलग ज़िम्मेदारियाँ सौंपी हैं, क्योंकि सभी जगह एक ही नेता की उपस्थिति संभव नहीं है।

सुशासन तिहार पर भाजपा सरकार को घेरा:

राज्य सरकार द्वारा आयोजित सुशासन तिहार को लेकर सिंहदेव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह पूरा कार्यक्रम सिर्फ एक औपचारिकता बनकर रह गया है। सरकार दावा करती है कि सभी शिकायतों का शत-प्रतिशत निराकरण हुआ है, लेकिन यह नहीं बताया जाता कि वास्तव में समाधान क्या हुआ और कैसे हुआ।”

उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि वह सचमुच सुशासन में विश्वास रखती है, तो यह आयोजन केवल एक महीने तक सीमित न रहकर सालभर चलना चाहिए।

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