लोन वर्राटू अभियान का असर: दो इनामी समेत 7 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

दंतेवाड़ा : छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान लोन वर्राटू (घर वापस आइए) का असर लगातार दिख रहा है। इसी कड़ी में आज 7 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है। आत्मसमर्पण करने वालों में दो इनामी नक्सली भी शामिल हैं, जिन पर राज्य सरकार ने 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।

आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली:

आत्मसमर्पित नक्सलियों में जुगलू उर्फ सुंडुम कोवासी और दशा उर्फ बुरकू पोड़ियाम पोमरा आरपीसी के सीएनएम सदस्य थे और दोनों पर 50-50 हजार का इनाम घोषित था। इनके अलावा भोजा राम माड़वी, लखमा मरकाम, रातू कोवासी, सुखराम पोड़ियाम और पंडरू राम पोड़ियाम शामिल हैं। ये सभी विभिन्न आरपीसी क्षेत्रों जैसे बोदली, उतला, बेचापाल, डुंगा और पल्लेवाया में सक्रिय थे।

किस गतिविधियों में थे शामिल?:

ये माओवादी नक्सली बंद सप्ताह के दौरान सड़क काटना, पेड़ गिराना, नक्सली बैनर, पोस्टर और पाम्फलेट लगाना जैसे हिंसात्मक गतिविधियों में शामिल रहे हैं।

पुनर्वास नीति के तहत मिलेंगी सरकारी सुविधाएं:

आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता, स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग, और कृषि भूमि जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। सरकार का लक्ष्य इन भटके युवाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है।

अब तक 991 नक्सली कर चुके आत्मसमर्पण:

लोन वर्राटू अभियान की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब तक इस अभियान के तहत 238 इनामी माओवादियों सहित कुल 991 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं।

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