राजभवन के पास 6 एकड़ जमीन प्रशासन के अधीन: आधुनिक सुविधाओं के साथ सार्वजनिक स्थल के रूप में होगा नया विकास

रायपुर: रायपुर के सिविल लाइन क्षेत्र में स्थित करीब 6 एकड़ शासकीय जमीन — जिसमें गॉस मेमोरियल मैदान और बाबर बंगला शामिल हैं — को जिला प्रशासन ने सोमवार को अपने नियंत्रण में ले लिया। यह कार्रवाई राजस्व न्यायालय के हालिया आदेश के बाद की गई, जिसमें सीएनआई ट्रस्ट को भूमि खाली करने के निर्देश दिए गए थे। नगर निगम के जोन 4 अधिकारियों ने स्थल पर पहुंचकर जमीन का सीमांकन किया और सीमेंट पोल लगाकर बाउंड्री बनाना शुरू कर दिया।
लीज खत्म होने के बावजूद ट्रस्ट का कब्जा था जारी:
यह जमीन 1922 में यूनाइटेड चर्च नार्थ इंडिया ट्रस्ट को लीज पर दी गई थी, जिसकी अवधि 2022 में समाप्त हो चुकी थी। लीज खत्म होने के बावजूद ट्रस्ट का कब्जा जारी था, जिसे लेकर हिन्दू स्वाभिमान संगठन ने आपत्ति दर्ज कर नजूल कोर्ट में याचिका दायर की थी। कोर्ट के निर्णय के बाद, अब जिला प्रशासन ने पूरी जमीन को कब्जा मुक्त कर लिया है।
सार्वजनिक स्थल में बदलने की योजना:
नगर निगम आयुक्त विश्वदीप के अनुसार, इस जमीन को शहर के लिए आधुनिक ऑक्सीजोन, खेल परिसर, ओपन एयर थिएटर, बच्चों के खेल क्षेत्र, जिम और फूड कोर्ट जैसी सुविधाओं से युक्त सार्वजनिक स्थल में बदलने की योजना है।
इस जमीन का बाजार मूल्य करीब 300 करोड़ रुपये है”
सूत्रों के अनुसार, इस जमीन का बाजार मूल्य करीब 300 करोड़ रुपये है। हालांकि, विवादित स्थल पर अब भी लगभग 30 किराएदार हैं, जिनमें से केवल 6 को नोटिस जारी किया गया है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने सभी किराएदारों को हटाने की मांग की है, ताकि जमीन को पूरी तरह से विकास के लिए तैयार किया जा सके।