Wagah-Attari Border : कल से फिर शुरू होगी बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी… लेकिन न खुलेंगे दरवाजे, न मिलेंगे हाथ

Wagah-Attari Border : भारत-पाकिस्तान सीमा पर पिछले कुछ समय से चले तनाव के बीच एक सकारात्मक संकेत सामने आया है। 21 मई से पंजाब के अटारी-वाघा, हुसैनीवाला और सादकी सीमा चौकियों पर प्रसिद्ध बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को फिर से सार्वजनिक रूप से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि समारोह में कुछ आवश्यक बदलाव किए गए हैं, जिससे सुरक्षा के साथ-साथ परंपरा भी बरकरार रखी जा सके।

ऑपरेशन सिंदूर के चलते बंद रही थी सेरेमनी

गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ा जवाब देते हुए “ऑपरेशन सिंदूर” चलाया था। इस ऑपरेशन के बाद भारत-पाक सीमा पर सुरक्षा कारणों से बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी को दो हफ्तों तक आम जनता के लिए बंद कर दिया गया था। हालाँकि BSF जवानों द्वारा झंडा उतारने की प्रक्रिया हर दिन निभाई जा रही थी, लेकिन उसे सार्वजनिक रूप से आयोजित नहीं किया गया।

अब जब हालात में कुछ स्थायित्व और शांति देखी जा रही है, तो बीएसएफ ने इस सेरेमनी को फिर से जनता के लिए खोलने का निर्णय लिया है।

क्या है बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी?

बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी भारत और पाकिस्तान की सीमा पर हर शाम झंडा उतारने की एक प्रतीकात्मक रस्म होती है। यह सेरेमनी भारत की ओर से बीएसएफ (BSF) और पाकिस्तान की ओर से पाक रेंजर्स द्वारा संयुक्त रूप से निभाई जाती है। खास तौर पर अटारी-वाघा बॉर्डर पर आयोजित इस समारोह को देखने के लिए देश-विदेश से सैकड़ों पर्यटक रोजाना आते हैं।

सेरेमनी में दोनों देशों के जवान अनुशासित मार्च करते हैं, नारे लगते हैं और अंत में दोनों देशों के झंडे एक साथ नीचे किए जाते हैं। यह आयोजन राष्ट्रभक्ति और अनुशासन का प्रतीक माना जाता है।

समारोह में किए गए बदलाव

हालांकि, इस बार सेरेमनी को कुछ नए सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ फिर से शुरू किया जा रहा है। बीएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि:

  • अब से सेरेमनी शाम 6:00 बजे से 6:30 बजे तक आयोजित की जाएगी।
  • सेरेमनी के दौरान सीमा द्वार नहीं खोले जाएंगे, जैसा कि पहले होता था।
  • BSF और पाक रेंजर्स के जवान एक-दूसरे से हाथ नहीं मिलाएंगे, जो पहले इस रस्म का हिस्सा हुआ करता था।

यह बदलाव सुरक्षा कारणों से किए गए हैं ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके।

BSF की ओर से आधिकारिक बयान

बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि, “हालांकि सार्वजनिक सेरेमनी अस्थायी रूप से रोकी गई थी, परन्तु जवान हर दिन अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा से पालन करते रहे। अब जब माहौल में तनाव कम हुआ है, तो सीमित लेकिन व्यवस्थित रूप में फिर से इसे शुरू किया जा रहा है।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सेरेमनी में आने वाले दर्शकों के लिए भी सुरक्षा के सख्त इंतज़ाम रहेंगे, और उन्हें समय से पहले प्रवेश करना होगा।

 

Youthwings