Tennis Player Radhika Yadav Murder Case: राधिका यादव की हत्या ने उठाए कई सवाल, बाप ही बना कातिल

Tennis Player Radhika Yadav Murder Case

Tennis Player Radhika Yadav Murder Case

गुरुग्राम। Tennis Player Radhika Yadav Murder Case: हरियाणा के गुरुग्राम से आई एक दिल दहला देने वाली खबर ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। नेशनल लेवल की टेनिस प्लेयर राधिका यादव की हत्या उसी के पिता दीपक यादव ने कर दी। ये वही राधिका थी, जो टेनिस कोर्ट में देश के लिए जीत की उम्मीद बन रही थी। लेकिन उसकी जिंदगी उसके अपने ही घर में, अपने पिता के हाथों खत्म हो गई। इस जघन्य हत्या के पीछे की कहानी सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि एक खतरनाक सोच, पितृसत्तात्मक मानसिकता और अविश्वास की जहरीली तस्वीर पेश करती है।

राधिका: जीत की उम्मीद से एक अधूरी कहानी तक

राधिका यादव, गुरुग्राम के सेक्टर-56 की टेनिस अकादमी में रोजाना सैकड़ों बच्चों को ट्रेनिंग देने वाली एक होनहार खिलाड़ी और कोच थी। उसकी मेहनत, लगन और समर्पण से हर कोई परिचित था। लेकिन जितनी ऊर्जा वो कोर्ट पर दिखाती थी, उतनी ही खामोशी से वो अपने घर के माहौल में सहन कर रही थी— एक सनकी और शक के मारे पिता की मानसिकता।

शक और हिंसा की आग में जलती बेटी

पुलिस जांच और राधिका की मां के बयान से जो जानकारी सामने आई है, वो रोंगटे खड़े कर देने वाली है।
राधिका की मां ने बताया कि दीपक यादव का स्वभाव बेहद गुस्सैल और संकीर्ण मानसिकता वाला था। वह न सिर्फ पत्नी पर शक करता था, बल्कि बेटी राधिका के टेनिस अकादमी चलाने के फैसले को लेकर भी असहज रहता था।

दीपक को लगता था कि समाज की नजरें उस पर और उसकी बेटी पर उठ रही हैं। गांव के किसी व्यक्ति की बात— “बाप-बेटी मजे कर रहे हैं”— दीपक को इतनी बुरी लगी कि उसी दिन उसने अपनी बेटी को मारने का मन बना लिया।

अकादमी बंद करने का बना रहा था दबाव

राधिका की मां ने पुलिस को बताया कि दीपक चाहता था कि राधिका टेनिस अकादमी बंद कर दे। कई बार इस पर बहस हुई, लेकिन राधिका का सपना बड़ा था। वह अकादमी को बंद करने के लिए तैयार नहीं थी। यही असहमति बाद में एक जानलेवा झगड़े में तब्दील हो गई। और अंतत: शक, पितृसत्ता और गुस्से ने एक बेटी की जान ले ली।

राधिका का आखिरी मैसेज बना गवाही

हत्या से ठीक पहले राधिका ने अपने ग्राउंड कोऑर्डिनेटर को मैसेज किया था:
“क्या सुबह ग्राउंड खेलने के लिए मिल पाएगा?”
यह मैसेज साफ दर्शाता है कि वह किसी तनाव या डर में नहीं थी। उसकी दिनचर्या सामान्य थी। वो सिर्फ अपने खेल और छात्रों को लेकर फोकस्ड थी।

पुलिस ने आरोपी पिता को किया गिरफ्तार

राधिका की हत्या के बाद, पुलिस ने तत्काल आरोपी दीपक यादव को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ जारी है। वहीं, राधिका का पोस्टमार्टम हो चुका है और शुक्रवार शाम उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

समाज के लिए आईना है ये केस

राधिका की हत्या कोई आम पारिवारिक झगड़ा नहीं था। यह उस बीमार सोच का परिणाम है, जहां पिता अपनी बेटी की तरक्की और आज़ादी से डरने लगता है। जहां समाज के ताने एक बाप को उस हद तक ले जाते हैं कि वह अपनी ही औलाद का खून कर बैठता है।

अब पूरा देश देख रहा है कि क्या कानून इस दरिंदे पिता को कड़ी सजा देगा? क्या राधिका जैसी बेटियों को सुरक्षा और सपोर्ट देने वाला माहौल बनेगा? राधिका अब हमारे बीच नहीं है, लेकिन उसका सपना, उसका संघर्ष और उसकी कहानी हर उस लड़की की प्रेरणा बननी चाहिए, जो समाज की रूढ़ियों को तोड़कर आगे बढ़ना चाहती है।

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