तिलहन फसलों के बीज पर बढ़ा अनुदान, अब मिलेगा 1500 रुपए प्रति क्विंटल

रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने तिलहनी फसलों के बीज उत्पादन और वितरण पर किसानों को दी जाने वाली अनुदान राशि में 50% की बढ़ोतरी की है। अब किसानों को प्रति क्विंटल 1500 रुपए की सब्सिडी मिलेगी, जो कि पहले 1000 रुपए थी। यह संशोधन लगभग एक दशक बाद किया गया है, क्योंकि 2015 से अब तक इस मद में कोई बदलाव नहीं किया गया था।
कृषि विभाग ने बदले दिशा-निर्देश:
राज्य के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने ‘कृषक समग्र विकास योजना’ के अंतर्गत बीज संवर्धन योजना में संशोधन करते हुए इस बदलाव की घोषणा की है। इस संबंध में सभी जिला कलेक्टरों, कृषि उप संचालकों, कृषि विभाग के अधिकारियों और सहकारी बैंकों को निर्देश भेज दिए गए हैं।
बीज संवर्धन योजना का उद्देश्य:
‘कृषक समग्र विकास योजना’ के तहत बीज संवर्धन योजना को खासतौर पर लघु और सीमांत किसानों के लिए तैयार किया गया है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज उचित दरों पर उपलब्ध कराना है, जिससे वे अधिक उपज प्राप्त कर सकें और उत्पादन की लागत घटा सकें।
पात्रता और लाभ:
इस योजना का लाभ वही किसान उठा सकते हैं जो छत्तीसगढ़ राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था में पंजीकृत हैं। उन्हें राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम या कृषि संचालनालय के माध्यम से प्रमाणित व संकर बीजों पर अनुदान दिया जाएगा।
क्या हुआ है नया बदलाव:
बीज संवर्धन योजना में अब तिलहनी फसलों जैसे सरसों, सूरजमुखी, सोयाबीन आदि के लिए—प्रजनक से आधार, आधार से प्रमाणित, और प्रमाणित-1 से प्रमाणित-2 श्रेणियों तक के बीज उत्पादन पर 1500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से अनुदान मिलेगा। इसी तरह, प्रमाणित बीजों के वितरण पर भी यही दर लागू होगी। पूर्व में यह राशि 1000 रुपए थी।
योजना की शेष शर्तें रहेंगी यथावत:
बढ़ी हुई अनुदान राशि के अलावा योजना की अन्य सभी शर्तें पहले जैसी ही रहेंगी। इस फैसले से राज्य के हजारों किसानों को आर्थिक लाभ मिलेगा और उन्हें गुणवत्तायुक्त बीजों की प्राप्ति में और सहायता मिलेगी।