झुग्गी बस्तीवासियों को मिलेगा पक्का घर: नगर निगम ने 600 ईडब्ल्यूएस फ्लैट रखे सुरक्षित

रायपुर: राजधानी में झुग्गी बस्तियों में रह रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर है। नगर निगम ने झुग्गी बस्ती पुनर्वास योजना के अंतर्गत 600 ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) फ्लैट सुरक्षित रखे हैं। ये फ्लैट उन लोगों को दिए जाएंगे जो विभिन्न सरकारी परियोजनाओं के चलते प्रभावित हुए हैं और पात्रता की शर्तों पर खरे उतरते हैं।

पहले किरायेदारों के लिए थी योजना, अब झुग्गीवासियों को प्राथमिकता:

इन फ्लैटों को पहले प्रधानमंत्री आवास योजना (एएचपी श्रेणी) के अंतर्गत किरायेदारों को किफायती दर पर बेचने की योजना थी, लेकिन अब नगर निगम ने इस योजना में बदलाव करते हुए इन्हें झुग्गी बस्ती में रहने वालों के लिए सुरक्षित रखने का निर्णय लिया है, ताकि प्रभावित लोगों को पक्के और सुरक्षित आवास उपलब्ध कराया जा सके।

किन इलाकों के होंगे व्यवस्थापन?

सूत्रों के अनुसार, वाल्मिकी आवास कोटा, काशीरामनगर और दुर्गानगर की झुग्गी बस्तियों के लोगों का व्यवस्थापन प्रस्तावित है। इनमें से कोटा स्थित वाल्मिकी आवास की स्थिति अत्यंत जर्जर हो चुकी है, जिस वजह से वहां के निवासियों को हीरापुर, कबीरनगर, वाल्मिकी नगर और डीकेएस परिसर में बने नए ईडब्लूएस फ्लैटों में स्थानांतरित किया जाएगा।

काशीराम नगर और दुर्गानगर के लिए भी योजना:

काशीराम नगर के झुग्गीवासियों को सर्वे के आधार पर मठपुरैना स्थित पक्के आवासों में स्थानांतरित किया जाएगा, जबकि दुर्गानगर के निवासियों को कचना में बने 130 ईडब्लूएस फ्लैटों में बसाया जाएगा। यह सभी व्यवस्थापन नियमानुसार और पात्रता के आधार पर किया जाएगा।

कितने आवास कहाँ बनाए जा रहे हैं?

नगर निगम अधिकारियों के अनुसार:

हीरापुर: 348 ईडब्लूएस फ्लैट

कबीर नगर: 174 फ्लैट

वाल्मिकी नगर: 87 फ्लैट

डीकेएस परिसर: 29 फ्लैट (निर्माण पूर्ण)

इस तरह कुल मिलाकर कोटा स्थित वाल्मिकी आवास के लगभग 638 पात्र परिवारों को अलग-अलग लोकेशनों पर नए, पक्के और सुरक्षित आवास उपलब्ध कराए जाएंगे।

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