रायपुर में शराब भी नहीं रही ‘प्योर’, 299 पेटियां मिलावटी शराब जब्त, बड़ा खेल बेनकाब!

रायपुर। दूध-दही और पनीर में मिलावट की खबरें आम बात हैं, लेकिन अब रायपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जो शराबियों को भी चौंका देगा। राजधानी की शराब दुकान में मिलावटी शराब परोसी जा रही थी। जी हां, शराब भी अब ‘प्योर’ नहीं रही।
पूरा खेल लालपुर शराब दुकान में चलता था, जहां फेंकी हुई बोतलों को उठाकर दोबारा भरी जाती थी। शराबियों द्वारा बाहर फेंकी गई खाली बोतलों को दुकान का स्टाफ बटोरता था, फिर उसमें सस्ती या कम बिकने वाली ब्रांड की शराब या फिर पानी मिलाकर दोबारा भर दी जाती थी। फिर इन बोतलों को गोवा और जम्मू ब्रांड की सील के साथ बंद कर दिया जाता था — जो शराबियों के बीच सबसे लोकप्रिय मानी जाती हैं।
उड़न दस्ते की रेड में हुआ बड़ा खुलासा
आबकारी विभाग की राज्य स्तरीय और संभाग स्तरीय उड़न दस्ते की संयुक्त कार्रवाई में यह पूरा फर्जीवाड़ा सामने आया। लालपुर स्थित दुकान में छापेमारी के दौरान 299 पेटियां मिलावटी शराब जब्त की गईं, जिनमें से 34 पेटियां बिना होलोग्राम के पाई गईं।
जब्त की गई शराब में शामिल हैं:
- 95 पेटी कैप्टन क्लब व्हिस्की
- 59 पेटी सिंडिकेट व्हिस्की
- 86 पेटी जम्मू स्पेशल व्हिस्की
- 25 पेटी गोवा स्पेशल व्हिस्की
- 34 पेटी बिना होलोग्राम वाली गोवा स्पेशल
कैसे पकड़ा गया खेल?
जांच के दौरान अधिकारियों को शराब की बोतलों में लिकेज मिला। कई बोतलें सील ही नहीं थीं या उनकी पैकिंग असली नहीं लग रही थी। यही से संदेह गहराया और स्टॉक मिलान में सामने आया कि दुकान से 12 लाख 10 हजार 480 रुपए का अंतर है।
गिरफ्तारियां और फरार आरोपी
इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है:
- मनीष रामटेके पिता अशोक रामटेके
- श्याम किशोर साहू पिता स्व. दुकालू राम साहू
- युवराज मधुकर पिता स्व. डोमन दा मधुकर
जबकि दो आरोपी शेखर बंजारे और सागर सोनवानी अब भी फरार हैं। इनके खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2) और 59(क) के तहत मामला दर्ज किया गया है।