रायपुर को मिली छत्तीसगढ़ की पहली मैकेनाइज्ड कार पार्किंग!

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्मार्ट ट्रांसपोर्ट सिस्टम की दिशा में एक बड़ी पहल की गई है। पंडरी स्थित महालक्ष्मी कपड़ा मार्केट में राज्य की पहली हाइड्रोलिक मैकेनाइज्ड कार पार्किंग प्रणाली की शुरुआत होने जा रही है। इस परियोजना का भूमिपूजन 19 जून 2025 को स्थानीय विधायक पुरंदर मिश्रा, महापौर मीनल चौबे और सभापति सूर्यकांत राठौर द्वारा किया गया।
तीन मंजिला स्टील स्ट्रक्चर, हाइड्रोलिक सिस्टम से होगी पार्किंग
यह पार्किंग सुविधा सिंधी गर्ल्स कॉलेज के ठीक सामने विकसित की जा रही है, जिसमें तीन मंजिला स्टील स्ट्रक्चर के माध्यम से हाइड्रोलिक सिस्टम से कारों की पार्किंग की जाएगी।
इस हाईटेक पार्किंग सिस्टम को तैयार करने में करीब 70 लाख रुपए का खर्च अनुमानित है और इसके निर्माण में करीब तीन महीने का समय लगेगा।
24 कारों की पार्किंग क्षमता, दो बैकअप स्लॉट
इस मैकेनाइज्ड पार्किंग सिस्टम में कुल 24 कारें पार्क की जा सकेंगी, जिनमें से दो स्लॉट बैकअप के रूप में आरक्षित रखे जाएंगे।
- ऊपरी दो फ्लोर में 16 गाड़ियां
- निचले फ्लोर में 6 गाड़ियां
- दो स्लॉट शॉर्ट टर्म पार्किंग के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे।
पार्किंग की यह व्यवस्था इस तरह तैयार की जा रही है कि हाइड्रोलिक सिस्टम के जरिए कारों को ऊपर-नीचे लाना सुविधाजनक और सुरक्षित हो।
नॉन मोटराइज्ड ट्रांसपोर्ट परियोजना भी लागू
मैकेनाइज्ड पार्किंग के साथ-साथ नॉन मोटराइज्ड ट्रांसपोर्ट (NMT) परियोजना भी लागू की जा रही है। इसके तहत अब मार्केट के भीतर तक वाहनों का प्रवेश नियंत्रित किया जाएगा और ई-कार्ट जैसी पर्यावरण के अनुकूल सेवाओं को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे पैदल चलने वालों और बाजार में आने-जाने वाले ग्राहकों को राहत मिलेगी।
व्यापारी संघ खुद संभालेगा संचालन
इस स्मार्ट पार्किंग सिस्टम का संचालन महालक्ष्मी कपड़ा मार्केट के व्यापारी संघ द्वारा किया जाएगा। पार्किंग व्यवस्था को व्यवस्थित और व्यापारी अनुकूल बनाने के लिए व्यापारियों ने ही इस परियोजना को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी ली है।
निगम मुख्यालय में भी तैयार हो रही वैसी ही सुविधा
महालक्ष्मी मार्केट के अलावा, रायपुर नगर निगम मुख्यालय भवन के बगल में बनाए गए ई-चार्जिंग स्टेशन के पास भी इसी प्रकार की हाइड्रोलिक मैकेनाइज्ड पार्किंग सुविधा विकसित की जा रही है। इससे शहर के भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में वाहन पार्किंग की समस्या काफी हद तक कम होगी।