पिकनिक बना मातम: डैम में डूबे रेलवे इंजीनियर, 12 घंटे बाद मिला शव

बिलासपुर: जिले के कोटा क्षेत्र में रविवार को एक दर्दनाक हादसे में रेलवे के जूनियर इंजीनियर की कोरी डेम में डूबने से मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर पहुंची कोटा पुलिस और एसडीआरएफ (SDRF) की टीम ने सोमवार सुबह शव बरामद कर लिया है। फिलहाल पुलिस मृतक के साथ मौजूद साथियों से घटना की विस्तृत जानकारी ले रही है।
मृतक की पहचान सत्येंद्र सिंह कंवर (30 वर्ष) के रूप में हुई है, जो अंबिकापुर निवासी थे और रेलवे कंस्ट्रक्शन विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे।
हादसे की पूरी कहानी:
मिली जानकारी के अनुसार, सत्येंद्र सिंह रविवार को अपने चार दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने कोटा के कोरी डेम पहुंचे थे। वहां सभी दोस्त मस्ती कर रहे थे। सत्येंद्र पहले डेम में नहाकर बाहर आ गए थे, लेकिन कुछ देर बाद दोबारा पानी में उतरे। नहाते-नहाते वे अचानक गहराई में चले गए और डूबने लगे।
उन्हें डूबता देख दोस्तों ने शोर मचाया। एक दोस्त जो थोड़ा-बहुत तैरना जानता था, उन्हें बचाने के लिए पानी में उतरा, लेकिन सत्येंद्र तक पहुंचने से पहले ही वह डूब चुके थे। साथी तैराकी में पूरी तरह सक्षम नहीं था, इसलिए वह डरकर किनारे लौट आया।
तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू:
साथियों ने तुरंत कोटा थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और नाव की मदद से डेम में तलाश शुरू की। इसके साथ ही एसडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया। देर शाम एसडीआरएफ मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन जारी रखा, लेकिन अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू अभियान रात में रोकना पड़ा।
सुबह मिली लाश:
सोमवार सुबह होते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने एक बार फिर से डेम में तलाश शुरू की। कुछ घंटों के भीतर सत्येंद्र सिंह का शव पानी में तैरता मिला, जिसे बाहर निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।
विभाग और सहकर्मियों में शोक की लहर:
घटना की खबर मिलते ही रेलवे विभाग में काम करने वाले साथी कर्मचारी और अधिकारी स्तब्ध रह गए। देर शाम ही कई कर्मचारी कोरी डेम पहुंचे। सभी ने इस हादसे को बेहद दुखद बताया।
क्रिकेट खिलाड़ी था इंजीनियर:
सत्येंद्र सिंह न सिर्फ एक जिम्मेदार कर्मचारी थे, बल्कि खेलों और सामाजिक गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे। हाल ही में आयोजित अंतरविभागीय क्रिकेट प्रतियोगिता में उन्होंने हिस्सा लिया था और पुरस्कार भी जीता था। दोस्तों के अनुसार, उन्हें घूमने-फिरने और पिकनिक का बेहद शौक था।