Next Vice President of India: भारत का अगला उपराष्ट्रपति कौन? मोदी-नीतीश के करीबी हरिवंश नारायण सिंह की दावेदारी मजबूत

Next Vice President of India

Next Vice President of India

नई दिल्ली। Next Vice President of India: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा, इस पर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना त्यागपत्र सौंपा, जिसे तुरंत प्रभाव से स्वीकार कर लिया गया। ऐसे में अब उपराष्ट्रपति पद के लिए संभावित चेहरों पर विचार किया जा रहा है, और इस दौड़ में एक नाम तेजी से उभर कर सामने आ रहा है—हरिवंश नारायण सिंह।

कौन हैं हरिवंश नारायण सिंह?
हरिवंश नारायण सिंह, जनता दल (यूनाइटेड) से राज्यसभा सांसद और वर्तमान में राज्यसभा के उपसभापति हैं। उनका राजनीतिक और सामाजिक जीवन काफी बेदाग रहा है। उनका जन्म 30 जून 1956 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हुआ। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से उन्होंने अर्थशास्त्र में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया।

हरिवंश लंबे समय तक पत्रकारिता से जुड़े रहे और उन्होंने प्रतिष्ठित अखबार ‘प्रभात खबर’ के प्रधान संपादक के रूप में कार्य किया। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के मीडिया सलाहकार के रूप में भी उन्होंने भूमिका निभाई। 2014 में उन्हें जेडीयू ने राज्यसभा भेजा और 2018 में वे राज्यसभा के उपसभापति चुने गए। उनका नाम साफ-सुथरी छवि और वैचारिक मजबूती वाले नेताओं में लिया जाता है।

राजनीतिक समीकरण और एनडीए की स्थिति
उपराष्ट्रपति पद का चुनाव संविधान के अनुच्छेद 66 के तहत संसद के दोनों सदनों के सदस्यों से बने निर्वाचक मंडल द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के माध्यम से किया जाता है। मौजूदा समय में बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को इस निर्वाचक मंडल में स्पष्ट बहुमत प्राप्त है। ऐसे में एनडीए का उम्मीदवार उपराष्ट्रपति चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है।

ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछली बार भी एनडीए ने पश्चिम बंगाल के तत्कालीन राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुना था। उनसे पहले वेंकैया नायडू को भी एनडीए ने इस पद पर नियुक्त किया था। ऐसे में इस बार भी पार्टी किसी अनुभवी, विवादों से दूर और भरोसेमंद चेहरे को इस पद के लिए आगे कर सकती है।

हरिवंश को क्यों माना जा रहा सबसे मजबूत दावेदार?
हरिवंश नारायण सिंह को इस दौड़ में सबसे आगे इसलिए माना जा रहा है क्योंकि वे लंबे समय से राज्यसभा के उपसभापति के तौर पर कार्यरत हैं और सदन की कार्यवाही को शांतिपूर्वक और मर्यादित ढंग से चलाने में माहिर माने जाते हैं। मोदी सरकार और नीतीश कुमार दोनों के साथ उनका अच्छा तालमेल है, जिससे उनकी दावेदारी को और बल मिलता है।

बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पार्टी इस समय एक ऐसे उम्मीदवार की तलाश में है, जिसकी छवि बेदाग हो और जो राजनीतिक रूप से परिपक्व हो। हरिवंश इन दोनों मानकों पर पूरी तरह खरे उतरते हैं।

धनखड़ का कार्यकाल और इस्तीफा
धनखड़ ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली थी और उनका कार्यकाल 2027 तक था। लेकिन सोमवार शाम उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया। अपने त्यागपत्र में उन्होंने लिखा कि वे “स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता” देने के लिए पद छोड़ रहे हैं।

हालांकि उनके कार्यकाल के दौरान राज्यसभा में विपक्षी दलों के साथ कई बार तीखी नोकझोंक देखने को मिली, लेकिन उन्होंने सदन की गरिमा बनाए रखने की कोशिश की।

अब जब उपराष्ट्रपति पद रिक्त हो चुका है, तो संसद के मानसून सत्र में इस पर चर्चा और चुनाव प्रक्रिया तेज होने की संभावना है। एनडीए के पास स्पष्ट बहुमत है और हरिवंश नारायण सिंह को केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर समर्थन प्राप्त है। ऐसे में अगर सब कुछ योजना के अनुसार चलता है, तो जल्द ही देश को एक नया उपराष्ट्रपति मिल सकता है—और वह हो सकते हैं हरिवंश नारायण सिंह।

Youthwings