Naxali Arrested: शिक्षादूत की हत्या में शामिल 3 नक्सली गिरफ्तार, 21 लाख रुपये का था इनाम

Naxali Arrested
सुकमा। Naxali Arrested: छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही सुरक्षा कार्रवाई को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। सुकमा जिले में पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने तीन खूंखार नक्सलियों को गिरफ्तार किया है, जो पिछले साल एक अतिथि शिक्षक (शिक्षादूत) की हत्या में शामिल थे। इन तीनों पर कुल मिलाकर 21 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
शिक्षादूत की नृशंस हत्या में थी इनकी भूमिका
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान डोडी पोडिया (36), डोडी पांडू (18) और डोडी नंदू (28) के रूप में हुई है। इन तीनों ने 13 सितंबर 2023 को डोडी अर्जुन नामक अतिथि शिक्षक की पीट-पीटकर और गला घोंटकर हत्या कर दी थी। यह घटना सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र के गोंडपल्ली गांव में हुई थी। माओवादियों ने अर्जुन पर पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाते हुए यह हत्या की थी।
पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई
गिरफ्तारी की यह कार्रवाई केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की 165वीं बटालियन और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की गई। पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि आरोपी अपने पैतृक गांव गोंडपल्ली में मौजूद हैं, जिसके बाद सटीक योजना बनाकर छापा मारा गया और तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
इनाम की राशि और भूमिकाएं
पुलिस अधिकारी ने बताया कि डोडी पोडिया और डोडी पांडू पर 8-8 लाख रुपये का इनाम घोषित था, जबकि डोडी नंदू पर 5 लाख रुपये का इनाम था।
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पोडिया, माओवादी संगठन के प्लाटून पार्टी कमेटी का सदस्य था।
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पांडू, पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) की कंपनी नंबर 10 का सक्रिय सदस्य था।
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नंदू, एक सक्रिय माओवादी कैडर था जिसकी गिरफ्तारी लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती बनी हुई थी।
बस्तर में नक्सल मोर्चे पर लगातार मिल रही सफलता
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पिछले साल बस्तर क्षेत्र में कुल 925 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया था। बस्तर संभाग में सुकमा सहित कुल सात जिले शामिल हैं, जहां नक्सली गतिविधियां लंबे समय से सक्रिय रही हैं। लेकिन सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई से माओवादियों के नेटवर्क को गहरा झटका लग रहा है।
क्या बोले अधिकारी?
पुलिस अधिकारी ने बताया, “गिरफ्तार किए गए तीनों नक्सली न केवल शिक्षा दूत अर्जुन की हत्या में शामिल थे, बल्कि क्षेत्र में अन्य कई हिंसक गतिविधियों में भी इनकी संलिप्तता की जांच की जा रही है। इनकी गिरफ्तारी से क्षेत्र में नक्सलियों के मनोबल को गहरा झटका लगेगा और ग्रामीणों के बीच भरोसा भी मजबूत होगा।”
छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुई इस बड़ी गिरफ्तारी ने यह साफ कर दिया है कि नक्सल विरोधी अभियान अब निर्णायक मोड़ की ओर बढ़ रहा है। अतिथि शिक्षक की नृशंस हत्या में शामिल नक्सलियों की गिरफ्तारी से जहां पीड़ित परिवार को न्याय की उम्मीद जगी है, वहीं सुरक्षाबलों का मनोबल भी और ऊंचा हुआ है।